प्रधानमंत्री मोदी ने किया गंगा एक्सप्रेस वे का शिलान्यास

शाहजहाँपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में 36 हजार 230 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनने वाले प्रदेश के सबसे लंबे ‘गंगा एक्सप्रेस वे’ की शनिवार को आधारशिला रखी।इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इस मौके पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि कल ही यहाँ की मिट्टी में जन्मे रामप्रसाद बिस्मिल, अश्फ़ाक उल्ला खान और रौशन सिंह का शहादत दिवस है।

यह हमारे लिए ऐतिहासिक अवसर है जब हम गंगा एक्सप्रेस वे का काम शुरू हो रहा है। यह काम यहाँ की महान विभूतियों को समर्पित है। मोदी ने कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश में रोज़गार के नए अवसर पैदा करेगा। साथ ही विकास को नयी दिशा और गति मिलेगी। वह दिन दूर नहीं जब यूपी की पहचान सबसे आधुनिक राज्य के रूप में होगी। विकास के ये काम राज्य के लिए वरदान साबित होंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व की सरकारों पर हमला करते हुए कहा कि पहले जनता के पैसे का कैसे इस्तेमाल होता था वह आप सबको याद है।

पहले ऐसी परियोजनाए सिर्फ़ काग़ज़ पर शुरू होती थी ताकि पिछली सरकारों को चलाने वाले लोग अपनी तिजोरी भर सकें। अब यूपी में भेदभाव नहीं होता, सबका विकास होता है। ग़रीब कल्याण के लिए पहले चिंता नहीं होती थी। प्रदेश में विकास तीव्रता के साथ आगे बढ़ रहा है। यह राजमार्ग आने वाली पीढ़ियों के जीवन में भी व्यापक परिवर्तन का कारक बनेगा और विकास की इस प्रक्रिया में सबका सहभाग सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद पहली बार ग़रीब कल्याण के काम करने वाली सरकार बनी है।

गन्ना किसानों की समस्या को दूर करने के लिए योगी सरकार ने नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिए बिना मोदी ने कहा कि कुछ लोगों को देश की विरासत से और विकास दोनो से दिक्कत है। इन लोगों को काशी में विश्वनाथ धाम बनने और अयोध्या में राम मंदिर बनने से दिक्कत है। ये लोग तो भारत के वैज्ञानिकों के हाथों से बनी वैक्सीन को भी कटघरे में खड़ा कर देते है। पिछली सरकारों में व्याप्त अराजकता के बारे में मोदी ने कहा कि यूपी में कब कहाँ दंगा हो जाए कोई नहीं जनता था। उन्होंने कहा कि अब माफ़िया पर बुलडोज़र चलता है तो उनको पालने वालों को भी दर्द होता है।

मोदी ने यहाँ नारा भी लगवाया ‘यूपी प्लस योगी बहुत है उपयोगी’। ग़ौरतलब है कि संगम नगरी प्रयागराज से मेरठ के बीच 594 किमी लंबा गंगा एक्सप्रेस वे न सिर्फ पूरब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की दूरी को कम करेगा बल्कि कई राज्यों को भी उत्तर प्रदेश के करीब लायेगा। इसका फायदा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के अलावा हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई अन्य राज्यों को मिलेगा।

पूर्वी यूपी से लेकर पश्चिमी यूपी के 12 जिलों से गुजरने वाले इस एक्सप्रेस वे के किनारे औद्योगिक गलियारे से लेकर कई अन्य आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस मौक़े पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पूरे राज्य में विश्वस्तरीय सड़कों का जाल विकास की गति को शीर्ष स्तर पर ले जाएगा गंगा एक्सप्रेस वे सिर्फ़ तमाम इलाक़ों की भौतिक दूरी को कम ही नहीं करेगा बल्कि दिलों की दूरी भी मिटाएगा। राज्य सरकार ने पिछले साल 26 नवंबर को गंगा एक्सप्रेस वे परियोजना की स्वीकृति दी थी।

पर्यावरण संरक्षण के लिए एक्सप्रेस वे के किनारे करीब 18,55,000 पौधे लगाए जाएंगे। साथ ही परियोजना में अधिग्रहित भूमि पर सौर ऊर्जा का उत्पादन होगा, जिससे परियोजना के संचालन के लिए आवश्यक ऊर्जा की पूर्ति होगी। गंगा एक्सप्रेस वे पश्चिमी उप्र के मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, सम्भल, बदायूं और शाहजहांपुर जिले सहित 12 जिलों से गुजरते हुए प्रयागराज तक जाएगा।

इस एक्सप्रेस वे पर आपात स्थिति में सैन्य विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ के लिए शाहजहांपुर जिले में एक हवाई पट्टी भी बनाई जायेगी। साथ ही लोगों की सुविधाओं के लिए नौ जनसुविधा केंद्र, सात रेलवे ओवर ब्रिज, 14 दीर्घ सेतु, 126 लघु सेतु और 381 अण्डरपास बनाये जायेंगे।

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