ममता बनर्जी की संविधान रैली: SIR को बताया “शांत अदृश्य धांधली”

कोलकाता | 4 नवंबर 2025 — पश्चिम बंगाल में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर राजनीतिक तापमान चरम पर है। मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संविधान की प्रति हाथ में लेकर कोलकाता की सड़कों पर उतरकर SIR के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।

📚 ममता का आरोप: “SIR = साइलेंट इनविजिबल रिगिंग”

  • ममता बनर्जी ने कहा कि SIR के ज़रिए लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है
  • उन्होंने इसे “शांत अदृश्य धांधली” करार दिया
  • आरोप लगाया कि चुनाव आयोग और केंद्र सरकार मिलकर बंगाल के वोटरों को निशाना बना रहे हैं

इस दौरान उन्होने विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण SIR के खिलाफ प्रदर्शन किया। ममता बनर्जी ने इसे साइलेंट इनविजिबल रिगिंग यानी शांत अदृश्य धांधली करार देते हुए केंद्र की बीजेपी सरकार और चुनाव आयोग पर लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया।

🚩 रैली का रूट और माहौल

  • शुरुआत: डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि से
  • समापन: रवीन्द्रनाथ टैगोर के पैतृक घर जोर्सांको ठाकुरबाड़ी पर
  • नारे:
    • “लोकतंत्र बचाओ”
    • “बंगाल का वोट, बंगाल का हक”
  • हज़ारों TMC कार्यकर्ता तिरंगे और पार्टी झंडों के साथ शामिल हुए

Mamata Banerjee's Constitution rally: SIR is called "silent, invisible rigging"

ये विरोध मार्च सुबह डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रेड रोड से शुरू हुआ और रवीन्द्रनाथ टैगोर के पैतृक घर जोरसांको ठाकुरबाड़ी पर जाकर खत्म हुआ।

रैली के दौरान हजारों की संख्या में टीएमसी कार्यकर्ता तिरंगे और पार्टी के झंडे थामे लोकतंत्र बचाओ और बंगाल का वोट बंगाल का हक जैसे नारे लगाते हुए शामिल हुए।

👥 कौन-कौन शामिल हुए?

  • ममता बनर्जी पारंपरिक सफेद सूती साड़ी और चप्पल में दिखीं
  • अभिषेक बनर्जी, TMC के राष्ट्रीय महासचिव भी साथ थे
  • कई वरिष्ठ मंत्री और विधायक भी रैली में शामिल हुए
  • ममता ने सड़क किनारे खड़े लोगों का अभिवादन भी किया

ममता बनर्जी पारंपरिक सफेद सूती साड़ी और चप्पल में दिखीं। उन्होंने बीच-बीच में सड़क किनारे खड़े लोगों का अभिवादन किया। इस दौरान उनके साथ भतीजे और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और वरिष्ठ मंत्री और नेता भी इस रैली में शामिल हुए।

📅 SIR की प्रक्रिया और चुनावी संदर्भ

  • दूसरा चरण: 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक
  • कुल 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू
  • पश्चिम बंगाल में विशेष महत्व, क्योंकि 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं
  • SIR के तहत वोटर लिस्ट की गहन जांच और दस्तावेज़ सत्यापन किया जा रहा है

बता दें कि SIR की दूसरी फेज की प्रक्रिया 4 नवंबर से शुरू होकर 4 दिसंबर तक चलेगी। इसके तहत 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण होगा। पश्चिम बंगाल में इसका महत्व इसलिए भी बढ़ गया है, क्योंकि राज्य में 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं।

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