गंगासागर में लाखो पुण्यार्थियों ने लगाई आस्था की डुबकी

कोलकाता। त्रेता युग में जिस सागर तट पर स्वर्ग से उतरी गंगा ने राजा सगर के साठ हजार पुत्रों को मकर संक्रांति के दिन स्पर्श कर मोक्ष दिया था उसी सागर तट पर मकर संक्रांति के उसी शुभ मुहूर्त में शनिवार को 31 लाख पुण्यार्थियों ने आस्था की डुबकी लगाई है। वैसे तो शनिवार सुबह 6:53 से पुण्य स्नान का शुभ मुहूर्त शुरू हुआ है जो रविवार शाम 6:53 तक जारी रहेगा। इधर शनिवार सुबह 6:00 बजे से ही श्रद्धालुओं ने डुबकी लगानी शुरू कर दी थी। कपिल मुनि आश्रम के महंत ज्ञानदास ने बताया कि शनिवार सुबह 6:00 बजे से ही बड़ी संख्या में तीर्थ यात्रियों ने गंगासागर में डुबकी लगाने शुरू कर दी थी। देश दुनिया से पहुंचे लाखों महिला पुरुष युवाओं समेत अनगिनत की संख्या में नागा, नाथ और अन्य संप्रदाय के साधुओं ने इस सागर तट पर मोक्ष मिलने की आस में डुबकी लगाई है।

पुण्य स्नान की अवधि 48 घंटे निर्धारित की गई है। इस बीच दो तीर्थ यात्रियों की सेहत गंभीर हो गई। एक व्यक्ति नेपाल का रहने वाला है जबकि दूसरा पश्चिम बंगाल के हीं गोसाबा का निवासी है। दोनों को सागर तट से एअरलिफ्ट कर कोलकाता के अस्पताल में लाकर भर्ती किया गया है। राज्य के बिजली मंत्री अरूप बिस्वास ने बताया कि 31 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री पवित्र स्नान कर चुके हैं। अगले दो दिनों में और भीड़ होगी। नतीजतन प्रशासन का मानना है कि रविवार शाम तक श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 50 लाख हो सकती हैं। इस बार पुण्य स्नान का लग्न रात्रि के समय भी है इसीलिए जिला प्रशासन द्वारा अतिरिक्त तौर पर 33 हाई मास्ट लाइट और 90 लैंप पोस्ट लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि गंगासागर में इस बार ई-दर्शन और ई-बाथ की भी सुविधा है जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं।

वहीं दूसरी ओर राज्य के लोक स्वास्थ्य और तकनीकी मंत्री पुलक रॉय ने भी दावा किया कि 30 से 40 लाख लोग स्नान कर चुके हैं। अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस समेत जिला प्रशासन के आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं। दूसरी ओर समुद्र को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए गंगासागर बकखाली विकास परिषद व सागर पंचायत समिति ने विशेष कार्यक्रम चलाया है। इस संबंध में जिलाधिकारी सुमित गुप्ता ने बताया कि पूरे क्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त रखना प्रशासन की ही नहीं बल्कि आम लोगों की भी जिम्मेवारी है। इसके लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाए गए हैं। लोगों को प्लास्टिक के बदले कपड़े के थैले दिए गए हैं। गंगासागर की भीड़ में जेब कतरे भी हाथ साफ कर रहे हैं।

अभी तक 12 लोगों ने जेब कटने की शिकायत की है। ऐसे 29 संदिग्धों को गिरफ्तार भी किया गया है। चोरी के 30 हजार 750 रुपये बरामद किए जा चुके हैं। सुबह होते ही तीर्थयात्री अपने-अपने शिविरों से निकल कर पुण्य स्नान के लिए जा पहुंचे थे और गंगा और सागर के मिलन तट पर डुबकी लगानी शुरू कर दी थी। इनकी सुविधाओं के लिए प्रशासन ने पुख्ता व्यवस्था कर रखी थी। पुलिस, सिविल डिफेंस, होमगार्ड समेत नेवी और कोस्ट गार्ड के 10 हजार से अधिक जवानों ने तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेवारी संभाली है। जिला प्रशासन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस साल 50 लाख सेेेे अधिक श्रद्धालु सागर तट पर पुण्य स्नान के लिए पहुंचे हैं। पिछले साल 30 लाख लोगों ने डुबकी लगाई थी।

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