तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के केशपुर ब्लॉक में बच्चों के अधिकारों की रक्षा और विशेष रूप से पोक्सो अधिनियम, बाल विवाह, बाल श्रम और मानव तस्करी की रोकथाम के लिए एक ब्लॉक-स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला का आयोजन पश्चिम बंगाल राज्य बाल संरक्षण आयोग और पश्चिम मेदिनीपुर जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास से किया गया था।
कार्यशाला में पश्चिम बंगाल राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष तुलिका दास, पश्चिम मेदिनीपुर के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट केम्पा होनैया, पश्चिम मेदिनीपुर समाज कल्याण अधिकारी शमिता भट्टाचार्य, पश्चिम मेदिनीपुर बाल संरक्षण अधिकारी संदीप कुमार दास, बाल संरक्षण अधिकारी पीयूष कांति रथ, पश्चिम मेदिनीपुर जिला परिषद के नेता मोहम्मद रफीक, केशपुर के बीडीओ कौशिक रॉय, जॉइंट बीडीओ सौमिक सिंह, पंचायत समिति के अध्यक्ष चित्तरंजन घोड़ाई और केशपुर समाज कल्याण अधिकारी पियाली कुइला सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अधिकारों की रक्षा और उनके प्रति अपराधों की रोकथाम के लिए सजगता बढ़ाना था। अध्यक्ष तुलिका दास ने अपने संबोधन में बच्चों के प्रति अपराधों और उनके अधिकारों के हनन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने पोक्सो अधिनियम के महत्व, बाल विवाह के हानिकारक प्रभाव, बाल श्रम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता और मानव तस्करी की रोकथाम के लिए सामूहिक प्रयासों पर जोर दिया।

कार्यशाला में उपस्थित अन्य वक्ताओं ने भी बच्चों के अधिकारों की रक्षा में अपने विचार व्यक्त किए। स्थानीय प्रशासन, पुलिस, शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता और पंचायत प्रतिनिधियों की उपस्थिति उल्लेखनीय थी। सभी ने इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों के महत्व को स्वीकार किया और समाज में बच्चों के अधिकारों की रक्षा में अधिक सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प लिया।
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