विनय कुमार, कोलकाता | 31 अक्टूबर 2025 — दुनिया में ताकतवर लोगों की कमी नहीं रही। लेकिन क्या आपने कभी किसी ऐसे इंसान के बारे में सुना है जिसे कोई उठा ही न सके — न पहलवान, न बॉक्सर, न कोई आम इंसान? यह कहानी है जॉनी कूलॉन की, जिन्हें दुनिया ने नाम दिया ‘The Unliftable Man’।
कहा जाता है कि महान बॉक्सर मुहम्मद अली ने भी उन्हें ज़मीन से ऊपर उठाने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे। यह घटना सिर्फ एक मज़ाक या स्टंट नहीं थी — यह मानव शरीर की संरचना, गुरुत्वाकर्षण और मानसिक नियंत्रण की एक अद्भुत मिसाल थी।
शरीर की समझ से बना ‘अथाह स्थिरता’ का रहस्य
जॉनी कूलॉन कोई भारी-भरकम पहलवान नहीं थे। बल्कि वे एक सामान्य कद-काठी के व्यक्ति थे, लेकिन उनके पास था मानव शरीर के ग्रैविटी पॉइंट्स की गहरी समझ।

वे अपने शरीर को इस तरह स्थिर और लॉक कर लेते थे कि कोई भी उन्हें ज़मीन से ऊपर नहीं उठा पाता था। यह कोई जादू नहीं था, बल्कि बॉडी कंट्रोल, माइंड पावर और संतुलन की कला थी।
कुछ लोग इसे ‘एनर्जी कंट्रोल’ कहते हैं, तो कुछ इसे ‘मनोवैज्ञानिक शक्ति’ का कमाल मानते हैं। लेकिन आज तक कोई वैज्ञानिक इस रहस्य को पूरी तरह समझ नहीं पाया।
🥊 मुहम्मद अली भी रह गए हैरान
जॉनी की सबसे चर्चित घटना तब हुई जब मुहम्मद अली ने उन्हें उठाने की कोशिश की। अली ने अपनी पूरी ताकत लगाई, लेकिन जॉनी ने अपने शरीर को इस तरह ग्राउंड किया कि अली जैसे ताकतवर एथलीट भी उन्हें हिला नहीं सके।
- कई रिपोर्ट्स के अनुसार, मुहम्मद अली ने खुद जॉनी को उठाने की कोशिश की
- लेकिन जॉनी ने अपने शरीर को इस तरह स्थिर कर लिया कि अली जैसे ताकतवर एथलीट भी उन्हें हिला नहीं सके
- यह घटना आज भी स्पोर्ट्स और साइकोफिज़िक्स की दुनिया में एक रहस्य बनी हुई है
यह घटना आज भी स्पोर्ट्स इतिहास की सबसे रहस्यमयी घटनाओं में गिनी जाती है। यह सिर्फ ताकत की हार नहीं थी, बल्कि तकनीक और मानसिक नियंत्रण की जीत थी।
🔍 क्या कहता है विज्ञान ?
- विशेषज्ञ मानते हैं कि यह शरीर के गुरुत्वाकर्षण केंद्र (Center of Gravity) और मसल लॉकिंग की तकनीक का कमाल हो सकता है
- यह मनोवैज्ञानिक नियंत्रण (Mind-Body Synchronization) और सटीक पॉश्चरिंग का परिणाम भी हो सकता है
- हालांकि, कोई वैज्ञानिक प्रमाण आज तक इस रहस्य को पूरी तरह नहीं सुलझा पाया है
शारीरिक विशेषज्ञ मानते हैं कि जॉनी का रहस्य शरीर के गुरुत्वाकर्षण केंद्र (Center of Gravity) और मसल लॉकिंग की तकनीक में छिपा था।
यह भी माना जाता है कि उन्होंने माइंड-बॉडी सिंक्रोनाइज़ेशन और सटीक पॉश्चरिंग के ज़रिए अपने शरीर को इस तरह स्थिर किया कि उठाना असंभव हो गया। हालांकि, आज तक कोई वैज्ञानिक प्रमाण इस रहस्य को पूरी तरह उजागर नहीं कर पाया है।
🌟 क्यों आज भी प्रासंगिक है यह कहानी?
- यह कहानी हमें याद दिलाती है कि शरीर की ताकत सिर्फ मांसपेशियों में नहीं, बल्कि दिमाग और संतुलन में भी होती है
- जॉनी कूलॉन की यह कला आज भी मार्शल आर्ट्स, योग और स्पोर्ट्स साइकोलॉजी में प्रेरणा का स्रोत है
जॉनी कूलॉन की कहानी हमें यह सिखाती है कि शरीर की ताकत सिर्फ मांसपेशियों में नहीं होती, बल्कि दिमाग, संतुलन और तकनीक में भी होती है।
उनकी कला आज भी मार्शल आर्ट्स, योग और स्पोर्ट्स साइकोलॉजी में प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है। यह उदाहरण है कि सही तकनीक और मानसिक नियंत्रण से असंभव भी संभव हो सकता है।
🔍 विश्वसनीय स्रोत और संदर्भ:
- – “The Secret of Johnny Coulon, the Unliftable Man” 👉
- Vintage Everyday – “Try to lift me off the ground, I dare you!” 👉
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