कोलकाता । जलधारा हिंदी साहित्यिक संस्था (पंजीकृत) की तृतीय वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य में 29 मार्च 2022 मंगलवार को भव्य ऑनलाइन काव्य-गोष्ठी गूगल मीट पर संस्था की संस्थापिका शावर भकत “भवानी” की अध्यक्षता में आयोजित की गयी। जलधारा काव्य-गोष्ठी में विशिष्ट अतिथियों में सुप्रसिद्ध हास्य व्यंग्य कवि डॉ. गिरिधर राय, प्रसिद्ध शायर एवं केंद्रीय विद्यालय फोर्ट विलियम कोलकाता के प्रिंसिपल कुमार ठाकुर और प्रसिद्ध साहित्यकार व जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ (डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय) उदयपुर के सहायक आचार्य डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी ने अपने वक्तव्यों के माध्यम से जलधारा संस्था के जल, भारत की नदियों, प्रकृति एवं सामाजिक हित से सम्बंधित साहित्यिक प्रयासों एवं सकारात्मक कार्यों की प्रशंसा की एवं जल महत्ता व प्रकृति हित से सम्बंधित साहित्यिक आयोजनों और लेखन को बढ़ावा देने की बात कही।

काव्य-गोष्ठी का आरंभ सरस्वती वंदना के साथ जलधारा पश्चिम बंगाल इकाई सचिव रीमा पांडेय द्वारा किया गया।जलधारा काव्य गोष्ठी में देश के विभिन्न राज्यों से सम्मिलित रचनाकारों में डॉ.चंद्रेश कुमार छतलानी, डॉ.आशा गुप्ता, डॉ. गिरिधर राय, रीमा पांडेय, सुषमा राय पटेल, कुमार ठाकुर, शावर भकत “भवानी”, राम पुकार सिंह, अमिता मराठे, डॉ.वसुंधरा मिश्र, डॉ.ऋतु नागर, सरला मेहता, विष्णुप्रिया त्रिवेदी, भगवती सक्सेना गौड़, साधना भगत, रेनुका सिंह एवं सरस्वती मल्लिक द्वारा जल संरक्षण, प्रकृति, गंगा, भारत की नदियों एवं सामाजिक विषयों पर बेहतरीन काव्य-पाठ किया गया। कार्यक्रम का संचालन कवयित्री रीमा पांडेय ने किया। सभी सम्मिलित रचनाकारों को संस्था के द्वारा सम्मानपत्र प्रदान किया गया।

जलधारा पश्चिम बंगाल इकाई की उपसचिव कवयित्री सुषमा राय पटेल द्वारा सभी रचनाकारों को बेहद सफल काव्य गोष्ठी के उपरांत धन्यवाद ज्ञापित किया गया। जलधारा हिंदी साहित्यिक संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष शावर भकत “भवानी” द्वारा सभी रचनाकारों को बेहद शानदार समारोह के लिए बधाई संग धन्यवाद ज्ञापित किया गया एवं भविष्य में भी जलधारा संस्था के तत्वावधान में जलहित, प्रदूषण रोकथाम, महिला व बाल कल्याण, हिंदी भाषा एवं सामाजिक हित से सम्बंधित विषयों के प्रति सजगता के उद्देश्य से विभिन्न प्रेरणादायक कार्यक्रमों को आयोजित करने की इच्छा ज़ाहिर की गयी।

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