
कोलकाता। भारतवंशी जय भट्टाचार्य को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ का निदेशक बनाने का ऐलान किया। जय भट्टाचार्य सीनेट की स्वास्थ्य, शिक्षा और श्रम पेंशन समिति के सामने पेश हुए।
भट्टाचार्य ने सीनेट के सामने कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ में ऐसा वातावरण माहौल बनाएंगे, जहां मुक्त भाषण और विज्ञान संबंधी मतभेदों को पूरी जगह दी जाएगी।
एनआईएच देश के शीर्ष स्वास्थ्य अनुसंधान और वित्त पोषण संस्थानों में से एक है। जहां विज्ञान में विचारों की भिन्नता बेहद जरूरी है।
ट्रंप ने घोषणा करते हुए कहा कि जय भट्टाचार्य हालफिलहाल स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में स्वास्थ्य नीति के प्रोफेसर हैं और नेशनल ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक रिसर्च में रिसर्च एसोसिएट के तौर पर काम कर रहे हैं।
वे स्टैनफोर्ड में स्वास्थ्य और उम्र से जुड़े जनसांख्यिकी और अर्थशास्त्र केंद्र के डायरेक्टर हैं। स्वास्थ्य के अलावा उनकी शोध कमजोर आबादी की बेहतर देखभाल,अर्थशास्त्र, कानून से लेकर स्वास्थ्य नीति के जर्नल्स तक में प्रकाशित हुई हैं।
बता दें जय भट्टाचार्य एक फिजिशियन और हेल्थ अर्थशास्त्री हैं। कोविड काल में भट्टाचार्य ने लॉकडाउन लगाने के फैसले का विरोध किया था। भट्टाचार्य का जन्म पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुआ। वे हायर एजुकेशन के लिए यूएस चले गए थे।
जहां उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में बैचलर ऑफ आर्ट्स और फिर मास्टर ऑफ आर्ट्स की पढ़ाई की। इसके बाद भट्टाचार्य ने डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी) की डिग्री हासिल की और साल 2000 में अर्थशास्त्र में पीएचडी किया।
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