कोलकाता। Kolkata Desk : केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच जारी सियासी रस्साकशी के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने टीम भेजने का फैसला किया है। दरअसल, पिछले महीने बंगाल की खाड़ी में उठे यास तूफान से हुए नुकसान की समीक्षा के लिए नई दिल्ली से टीम बंगाल के 3 दिवसीय दौरे पर जाएगी।

बंगाल में केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच जारी सियासी रस्साकशी के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने टीम भेजने का फैसला किया है। दरअसल, पिछले महीने बंगाल की खाड़ी में उठे यास तूफान से हुए नुकसान की समीक्षा के लिए नई दिल्ली से टीम बंगाल के 3 दिवसीय दौरे पर जाएगी।

टीम हावड़ा के नवान्न भवन में आपदा प्रबंधन और वित्त विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करेगी। इसके साथ ही पूर्वी मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना जिलों के यास चक्रवात प्रभावित इलाकों का भी दौरा करेगी।

पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद सियासी पारा उस समय चढ़ गया था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र की बैठक में सीएम ममता बनर्जी आधे घंटे देरी से पहुंचीं और फिर जल्दी ही बैठक से चली भी गईं। इसे दोनों नेताओं के बीच जारी राजनीतिक मतभेद के तौर पर देखा गया था। बंगाल सरकार ने राज्य में कोरोना सार्टिफिकेट जारी करने पर प्रधानमंत्री मोदी की जगह ममता बनर्जी की छपी हुई तस्वीर जारी कर रही है।

ममता बनर्जी चक्रवात यास की वजह से पश्चिम बंगाल को 15 हजार करोड़ रुपये के नुकसान की बात कह चुकी हैं। ममता बनर्जी ने 1,000 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा करते हुए कहा कि उनकी सरकार प्रभावित लोगों के लिए ‘दुआरे त्राण’ (घर पर राहत) कार्यक्रम चलाएगी। केंद्रीय टीम तूफान से नुकसान की समीक्षा करेंगी।

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