तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। समन्विता सेन माकपा के युवा संगठन डीवाईएफआई के पश्चिम मेदिनीपुर जिला अध्यक्ष शुभदीप सेन और उनकी पत्नी मैत्रेयी दुले सेन की इकलौती बेटी हैं। उनके जन्मदिन के उपलक्ष्य में समन्विता के परिवार के सात प्रियजनों ने मृत्यु के बाद देहदान का संकल्प लिया।
जब अंधविश्वास और कुरीतियाँ आधुनिक समाज को पीछे धकेलने की कोशिश कर रही हैं, तब चिकित्सा विज्ञान की प्रगति के लिए मानव शरीर का उपयोग करने के लिए स्वेच्छा से मृत्यु के बाद देहदान एक महत्वपूर्ण संकल्प है। छोटी समन्विता के जन्मदिन पर परिवार के लगभग सभी सदस्यों ने मृत्यु के बाद देहदान के लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए। इस कार्य में पश्चिम बंगाल विज्ञान मंच के ग्वालतोड़ विज्ञान केंद्र ने सहयोग किया।
इस अवसर पर ग्वालतोड़ विज्ञान केंद्र के सचिव विश्वजीत प्रमाणिक, अध्यक्ष पल्लव लायेक और विज्ञान केंद्र के अधिकारी जयन्त नंदी आदि उपस्थित थे। शाल पियाल के जंगल से घिरे ग्वालतोड़ जैसे पिछड़े क्षेत्र में यह शरीर दान विज्ञान और प्रगति के पथ पर नई दिशा दिखाएगा, ऐसा विज्ञान मंच के कार्यकर्ताओं का मानना है।
आज मृत्यु के बाद शरीर दान का संकल्प लेने वालों में समन्विता के पिता डीवाईएफआई के जिला अध्यक्ष शुभदीप सेन, माता प्राथमिक शिक्षिका मैत्रेयी दुले सेन, दादा सेवानिवृत्त शिक्षक संदीप सेन, दादी सीमा सेन, समन्विता के मामा पूर्व शिक्षक श्यामल दुले, मामी पूर्व स्वास्थ्य कार्यकर्ता स्वप्ना दुले, समन्विता की मौसी पूर्व शिक्षिका दीप्ति धर शामिल हैं।
मृत्यु के बाद मानवता के कल्याण और चिकित्सा विज्ञान की प्रगति के लिए उनके शरीर का उपयोग किया जाएगा। इस प्रकार के और लोगों को आगे आने के लिए प्रेरित करने और प्रचार करने के लिए सभी से इसमें शामिल होने की अपील की गई है। छोटी समन्विता को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।
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