
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत गड़बेत्ता स्थित सामुदायिक भवन में गड़बेत्ता पर आधारित ग्रंथ “आमादेर गड़बेत्ता” का विधिवत और समारोह पूर्वक लोकार्पण हुआ। जिसमें गड़बेत्ता का इतिहास, साहित्य, संगीत, नाटक, संस्कृति, स्वतंत्रता का इतिहास, देवालय, लोक संस्कृति पर विस्तार रूप से प्रकाश डाला गया है और यह इसी पर आधारित है।
प्रमुख कवि और कथाकार काशीनाथ साहा और प्रमुख सांस्कृतिक व्यक्तित्व शिक्षक शांतनू दे ने संयुक्त रूप से इस विशाल पुस्तक को संपादित किया है। प्रमुख वकील श्यामल महापात्रा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
लोकसंस्कृति के शोधकर्ता डॉ. मधुप दे, प्रमुख कवि प्रोफेसर डॉ. अदीप घोष, कवि सुनील माजी, उपन्यासकार सुकुमार कला, शिक्षाविद तरुण गोस्वामी, गड़बेत्ता एक नंबर ब्लॉक के ब्लॉक उन्नयन विकास अधिकारी राम जीवन हांसदा, पूर्व प्रधानाध्यापक डॉ. विवेकानंद चक्रवर्ती।
मेदिनीपुर जिला साहित्य अकादमी के सचिव भवेश बसु, कवि बिमल चंद्र रॉय, शिक्षक राधारमन मंडल और सुभाष चट्टोपाध्याय सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
संपादकों ने कहा कि इस पुस्तक में लगभग चार सौ पृष्ठों में रंगीन चित्रों के दस पृष्ठों सहित, तीस में दो क्षेत्रीय शोधकर्ताओं और कवियों ने कलम चलाई है। कई में कई विषय आधारित लेखन है। पुस्तक “आमादेर गड़बेत्ता” लगभग बारह वर्षों से अथक प्रयासों की फसल रही है। यह गड़बेत्तावासियों के लिए एक दस्तावेज के समान है।
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