
कोलकाता। बंगाल पुलिस ने रामनवमी पर सांप्रदायिक तनाव की आशंका को लेकर लोगों को आगाह किया है। राज्य पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) जावेद शमीम और अतिरिक्त महानिदेशक (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार ने इसे लेकर संयुक्त संवाददाता सम्मेलन किया।
सुप्रतिम सरकार ने कहा-‘हमें आने वाले दिनों में हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहे कुछ स्वार्थी तत्वों के बारे में विशेष खुफिया जानकारी मिली है। रामनवमी के अवसर पर विभिन्न समुदायों के लोगों के बीच तनाव भड़काने की कोशिश हो सकती है।
लोगों से अनुरोध किया है कि वह किसी के बहकावे न आएं। अगर क्षेत्र में कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो पुलिस को सूचित करें। इससे पहले मुख्यमंत्री ममता ने पुलिस से बांग्लादेश की सीमा के करीब के इलाकों में विशेष सावधानी बरतने को कहा है।
बंगाल के शहरी विकास मंत्री व तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फिरहाद हकीम ने रामनवमी के दिन दूसरे राज्यों के लोगों के राज्य में अशांति फैलाने की आशंका जताई है। उन्होंने कहा-‘बंगाल में विभिन्न राज्यों के लोग रहते हैं।
उनमें से मुट्ठीभर लोग रामनवमी पर गड़बड़ी कर सकते हैं। उन्हें चिन्हित करने पर चिंता की कोई बात नहीं रहेगी।’
फिरहाद ने आगे कहा-‘बंगाल में सांप्रदायिक राजनीति नहीं चलती। बंगाल के लोग रामकृष्ण परमहंस के ‘जितने मत, उतने पथ’ के सिद्धांत’ पर चलते हैं। अमित शाह बंगाल में कमल खिलाने का सपना देख रहे हैं। जब तक वे धर्म को लेकर राजनीति करेंगे, तब तक बंगाल की सत्ता में नहीं आ सकेंगे।’
बताया कि मुख्यमंत्री और वह रामनवमी को पूरी रात जागकर स्थिति पर नजर रखते हैं।
इससे पहले भाजपा विधायक व बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता पर रामनवमी पर अशांति फैलाने की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया था। यह भी कहा था कि ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा और ‘औरंगजेबों’ की चमड़ी उधेड़कर रख दी जाएगी।
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