राजस्व विभाग और पुलिस प्रशासन के प्रयास से चार दिन से बंद पड़ा रास्ता खुला, ग्रामीणों में खुशी की लहर

सार्वजनिक डामरीकरण हुए आम रास्ते को दबंगों ने किया था बंद, थाना दिवस में शिकायत के बाद कराया गया निस्तारण

प्रतापगढ। कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के पुलिस चौकी मोहनगंज के ठीक सामने सिटकहा पूरे खुशई गांव का सहरंगों द्वारा बंद किया गया, सार्वजनिक डामरीकरण हुआ। लिंक मार्ग शनिवार को राजस्व विभाग के साथ पुलिस बल की मौजूदगी में खुलवा दिया गया। थाना दिवस में दिए गए ग्रामीणों के द्वारा शिकायती पत्र की मौके पर स्थलीय जांच के उपरान्त अवैध तरीके से जबरिया बंद किए गए सार्वजनिक रास्ते को पूर्ववत संचालित करा दिया गया है।

विदित हो कि चार दिन पहले मंगलवार की रात सौ वर्ष पूर्व का पुराना पूरे गांव का सार्वजनिक आम रास्ता को दबंग महिला उसके पति एवं उसके लड़कों ने बंद कर दिया था। लखनऊ-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा इसी आम रास्ते पर महज 200 मीटर की दूरी पर पंचायत भवन, एएनएम सेंटर, हेल्थ वेलनेस सेंटर भी स्थित है।

क्षेत्र पंचायत ब्लॉक सदर की निधि से चकबंदी के पूर्व लगभग बीस वर्ष पहले क्षेत्र पंचायत सदस्य शैलेन्द्र सिंह के प्रयास से उक्त आम रास्ते पर खड़ंजा बिछाया गया था। वहीं जिला पंचायत सदस्य श्रीमती शोभा सिंह के प्रतिनिधि पुत्र मुन्ना सिंह के प्रयास से जिला पंचायत से दो वर्ष पूर्व उक्त सार्वजनिक आम रास्ते का डामरीकरण भी कराया गया था।

जानकारी के अनुसार लखनऊ-वाराणसी राजमार्ग से जुड़े मुहाने पर उक्त रास्ते पर जलभराव कर दबंग राम अवध सिंह एवं उनकी पत्नी एवं बच्चों ने आम रास्ते को गड्ढे में तब्दील कर दिया है। उसी गड्ढों में दबंगों द्वारा नापदान का पानी भरा जाता है जिसमें गिर कर ग्रामीण आए दिन चोटहिल होते रहते है।

ग्रामीणों की शिकायत पर ग्राम प्रधान पूरे खुशई माया देवी के प्रतिनिधि पति विनोद सिंह ने गड्ढे को पाटने के लिए सीमेंटेड गिट्टी पत्थर गिरवाया था। जिसे उक्त दबंगों ने इकट्ठा कर आम रास्ते को पूरी तरह से बंद कर दिया है। ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व ग्राम प्रधान भोला नाथ गुप्ता के कार्यकाल में चकबंदी हुई थी, रास्ता अभिलेखों में दर्ज न हो इसके लिए साजिशन दबंगों ने न्यायालय में वाद दायर कर पूर्व में प्रकरण को विवादित बना दिया था।

अब उसी वादग्रस्त सार्वजनिक रास्ते को दबंग अपनी भूमिधरी बताकर पूरी तरह से आवागमन बाधित कर दिया है। बुधवार को ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विनोद सिंह ने दर्जनों ग्रामीणों के साथ जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को अवरुद्ध मार्ग खुलवाए जाने हेतु प्रार्थना पत्र दिया था। शनिवार को राजस्व विभाग एवं पुलिस बल ने मौके पर पड़ी सीमेंटेड गिट्टी को हटवाकर साथ ही लकड़ी रखकर बाधित किए गए सार्वजनिक रास्ते से हटवाकर रास्ता पूर्व की तरह बहाल करा दिया गया है।

रास्ता बहाली की बाद दोनों तरफ के पक्षों से आम समझौता पुलिस एवं राजस्व विभाग ने लिखवाया है कि उक्त मार्ग पर किसी भी तरह से किसी के द्वारा हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा और न ही इस मार्ग पर घर के नापदान का पानी ही निकाला जाएगा। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन और राजस्व विभाग को उक्त कार्य की सहजता से कराए जाने के लिए आभार ज्ञापित किया है।

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