साहित्यडीपी सिंह की कुंडलियां Posted on March 6, 2022 by admin अक्सर मन्दिर-घाट पर, हर चुनाव के बीच रूप बदलकर घूमते, कालनेमि-मारीच कालनेमि-मारीच, जनेऊ पहन कोट पर बनें भेड़िये भेड़, रखें नख-दन्त छिपाकर आतंकी के यार, समझकर हमें कबूतर बिजली-पानी मुफ़्त, फेंकते दाना अक्सर –डीपी सिंह 06 मार्च : आज का राशिफल व पंचांग जानें, पं. मनोज कृष्ण शास्त्री से होली के रंगों में सराबोर हुआ काव्य मंच