
वाराणसी। नवरात्रि नवमी में पान के पत्ते से किए जाने वाले उपाय-
व्यापार में घाटे से बचाव का उपाय : व्यापार में लगातार घाटा हो रहा है तो अष्टमी या नवमी के दिन एक मीठा पान बनवाएं। इसमें अतिरिक्त गुलकंद डालें, जिससे मंगल ग्रह की सकारात्मकता बढ़ेगी। इस पान को मां लक्ष्मी या मां दुर्गा के चरणों में अर्पित करें और व्यापार में समृद्धि के लिए प्रार्थना करें। इससे बुध, मंगल और शुक्र ग्रह का संतुलन होगा और धन की समस्या दूर होगी।
नौकरी में तरक्की के लिए उपाय : अगर नौकरी में बार-बार परेशानियां आ रही हैं या नौकरी नहीं मिल रही तो नवरात्रि में अष्टमी या नवमी के दिन 27 पान के पत्तों की माला बनाकर किसी देवी के मंदिर में अर्पित करें। देवी के समक्ष अपनी समस्या का निवेदन करें। यह उपाय करने से नौकरी की बाधाएं दूर होंगी।
कर्ज मुक्ति के लिए उपाय : अगर कर्ज से मुक्ति पाना चाहते हैं तो एक पान के पत्ते पर कुमकुम या सिंदूर से श्री लिखें। इसे मां लक्ष्मी को अर्पित करें और धन वृद्धि के लिए प्रार्थना करें। फिर इस पत्ते को अपने घर के मंदिर में रख दें।
स्मरण शक्ति के लिए उपाय : अगर बच्चा पढ़ाई में कमजोर है या याद किया हुआ भूल जाता है तो नवरात्रि में अष्टमी या नवमी के दिन पांच पान के पत्ते मां सरस्वती के चरणों में अर्पित करें। अगर संभव हो तो बच्चे के हाथ से ही पत्ते अर्पित करवाएं। इससे उसकी स्मरण शक्ति और एकाग्रता में वृद्धि होगी।
लाल किताब के अनुसार, पान का पत्ता मुख्य रूप से बुध ग्रह से संबंधित होता है। लेकिन जब इसमें कुछ तत्वों का समावेश किया जाता है, तो यह मंगल, शुक्र और चंद्रमा के प्रभाव को भी दर्शाता है।
ज्योतिर्विद रत्न वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 99938 74848
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