‘दुआरे मोद’ योजना के खिलाफ तमलुक और घाटाल में प्रदर्शन

तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। पूर्वी मिदनापुर जिले में एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) पार्टी की विरोध बैठक और प्रतिनियुक्ति पर ‘दुआरे मोद’ परियोजना को रद्द करने सहित 12 बिंदुओं की मांग की गई। राज्य सरकार के ई-पोर्टल के माध्यम से दुआरे शराब योजना का पुरजोर विरोध किया गया। एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) पार्टी की पूर्वी मिदनापुर जिला समिति ने आज तमलुक और तमलुक उपमंडल के मानिकतला चौराहे पर 12 सूत्रीय मांग की जिसमें ‘वाइन एट द डोर’ परियोजना को बंद करना शामिल है। अस्पतालों में जीवन रक्षक दवाओं को कम करने की नीति को रद्द करना, राज्यपाल और जिला पुलिस अधीक्षक को प्रतिनियुक्ति दी गई है।

प्रतिनिधिमंडल में सुब्रत दास, नारायण चंद्र नायक, बेला पांजा और अन्य शामिल थे। साथ ही कांथी, एगरा और नंदीग्राम में धरने का आयोजन किया गया। तमलुक मानिकतला मातंगिनी हाजरा की मूर्ति के नीचे पार्टी प्रदेश कमेटी सदस्य दिलीप माईती, जिला सचिव मंडली सदस्य प्रणब माईती, प्रदीप दास और सुब्रत दास ने अपनी बाते रखी। दिलीप माईती ने अपने भाषण में कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों की जनविरोधी नीतियों में दैनिक आवश्यकताओं की कीमतों में वृद्धि को रोकना, दरवाजे पर शराब परियोजना को रद्द करना, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को रद्द करना, पीपीपी मॉडल का निजीकरण सहित विभिन्न मांगें शामिल हैं।

शिक्षा क्षेत्र मे इसके विरोध में पार्टी के नेतृत्व में लगातार आंदोलन चल रहा है। साथ ही उन्होंने आगामी 27 फरवरी को होने वाले तामलुक, कांथी, एगरा नगरपालिका चुनावों में भ्रष्टाचार मुक्त नगरपालिका बनाने के उद्देश्य से एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) नामांकित उम्मीदवारों की जीत का आह्वान किया। वहीं दासपुर 1 प्रखंड दासपुर थाना के बीडीओ व आबकारी विभाग के प्रभारी अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।

लोकेशन प्रोग्राम पर स्थानीय व जिला नेताओं ने बात की। इन सभी ने केंद्र और राज्य सरकारों की जनविरोधी नीतियों की कड़ी आलोचना की। पार्टी की घाटाल स्थानीय समिति के सचिव अंजन जाना ने कहा, “जैसे-जैसे शराब की बिक्री बढ़ेगी, वैसे-वैसे पारिवारिक अशांति, सामाजिक अशांति और महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं भी होंगी।” इसलिए हमारी पार्टी ई-रिटेल पोर्टल के माध्यम से दरवाजे पर शराब की आपूर्ति के सरकार के फैसले को रद्द करने और शराब पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रही है। वह उर्वरक कीटनाशकों के काला बाजार को रोकने की मांग कर रही है।

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