डीपी सिंह की रचनाएं

जिसकी इच्छा से ही सुब्ह और शाम हो
इक पता जानने में वो नाकाम हो
शबरी से पूछना मार्ग, लीला है बस
ताकि प्रभु- कार्य में भक्त का नाम हो

–डीपी सिंह

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