साहित्य डीपी सिंह की रचनाएं By admin - January 26, 2022 Facebook Twitter Pinterest WhatsApp नेतृत्व के सत्तर साल याद रहे अधिकार मगर कर्तव्य निभाना भूल गये अपने महल बने, दीनों की कुटी बनाना भूल गये कंधा देना नेक काम है, सुनकर लाशें बिछवा दीं देश जलाना याद रहा, सौहार्द बढ़ाना भूल गये डीपी सिंह Post Views: 238 Shrestha Sharad Samman Awards