Climate Story II: Farmers' Adaptation Less Help, More Subsidies

Climate कहानी ।। किसानों की अनुकूलन को मदद कम, सब्सिडी ज़्यादा

Climate कहानी, कोलकाता | 27 अक्टूबर 2025 — दुनिया भर में 95 मिलियन छोटे किसान, जो आधी से ज़्यादा वैश्विक खाद्य कैलोरी पैदा करते हैं, जलवायु संकट की सीधी मार झेल रहे हैं। लेकिन उनकी मदद के लिए जितनी रकम चाहिए, दुनिया उतना पैसा हानिकारक कृषि सब्सिडियों पर खर्च कर रही है — जो न तो किसानों के लिए टिकाऊ हैं, और न ही धरती के लिए

📊 अनुकूलन बनाम सब्सिडी: आंकड़ों की तुलना

श्रेणी वार्षिक खर्च (USD)
छोटे किसानों की अनुकूलन जरूरत $443 बिलियन
हानिकारक कृषि सब्सिडियाँ $470 बिलियन
2021 में अनुकूलन के लिए मिला फंड $1.59 बिलियन (0.36%)
किसानों द्वारा खुद खर्च की गई राशि $368 बिलियन (20–40% आय)
  • प्रति किसान खर्च: $952 प्रति हेक्टेयर / $2.19 प्रतिदिन
  • 10 हेक्टेयर या उससे कम ज़मीन वाले किसानों को सबसे ज़्यादा जोखिम

Climate Story II: Farmers' Adaptation Less Help, More Subsidies

रिपोर्ट बताती है कि 10 हेक्टेयर या उससे कम ज़मीन वाले किसानों को हर साल औसतन $952 प्रति हेक्टेयर, यानि लगभग $2.19 प्रतिदिन, अपने खेतों को जलवायु प्रभावों से अनुकूल बनाने में लगाने होंगे। यह 443 बिलियन डॉलर प्रति वर्ष की जरूरत बनती है।

🗣️ “ये दान नहीं, निवेश है” — किसानों की आवाज़

  • एलिज़ाबेथ न्सिमादाला (EAFF अध्यक्ष):

    “यह पूरी दुनिया की खाद्य सुरक्षा में निवेश है। छोटे किसान 2.5 अरब लोगों की रोज़ी से जुड़े हैं।”

  • थालेस मेंडोन्सा (ब्राज़ील के एग्रोफॉरेस्ट्री किसान):

    “हम एग्रोइकोलॉजी अपना रहे हैं, जो मिट्टी और जल स्रोतों को पुनर्जीवित करती है। हमें सिर्फ़ वैश्विक समर्थन चाहिए।”

रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब ब्राज़ील में होने वाले COP30 जलवायु सम्मेलन में एडेप्टेशन (अनुकूलन) को चर्चा का केंद्र बनाया जा रहा है। सम्मेलन में यह तय होना है कि “ग्लोबल गोल ऑन एडेप्टेशन” को मापने के लिए किन संकेतकों (indicators) का इस्तेमाल होगा, लेकिन अभी तक उसमें छोटे किसानों के लिए फाइनेंस फ्लो को मापने का कोई सूचक नहीं है।

साथ ही, अब भी यह स्पष्ट नहीं है कि विकसित देश 2025 तक एडेप्टेशन फाइनेंस को दोगुना कर 38–40 बिलियन डॉलर तक पहुँचाने का वादा पूरा करेंगे या नहीं।

/climate-adaptation-small-farmers-global-subsidies-cop30-brazil-report-2025

 

🌐 COP30: अनुकूलन को मिलेगा मंच

  • ब्राज़ील में COP30 जलवायु सम्मेलन में एडेप्टेशन (अनुकूलन) को चर्चा का केंद्र बनाया जा रहा है
  • “ग्लोबल गोल ऑन एडेप्टेशन” के लिए संकेतकों की तलाश जारी
  • विकसित देशों का वादा: 2025 तक अनुकूलन फंड को दोगुना कर 38–40 बिलियन डॉलर तक पहुँचाना — लेकिन स्थिति स्पष्ट नहीं
ब्राज़ील की अध्यक्षता में COP30 का Action Agenda एग्रोइकोलॉजी जैसी टिकाऊ खेती को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इसमें “Circle of Peoples” नामक मंच के ज़रिए किसानों की आवाज़ को सीधे वित्तनुकसान-भरपाई (loss and damage), और just transition की चर्चाओं में शामिल करने की योजना है।

💡 ब्राज़ील की पहल: किसानों को मिलेगा मंच

  • “Circle of Peoples” नामक मंच के ज़रिए किसानों की आवाज़ को वित्त, नुकसान-भरपाई और just transition की चर्चाओं में शामिल किया जाएगा
  • एस्थर पेनुनिया (AFA महासचिव):

    “Farmers Resiliency Fund बनाया जाए, जिसका संचालन किसान संगठनों के हाथ में हो”

उन्होंने यह भी कहा कि “Farmers Resiliency Fund” नाम का नया कोष बनाया जाना चाहिएजिसका संचालन खुद किसान संगठनों के हाथ में होताकि पैसा उन तक पहुँचे जो ज़मीन पर असली काम कर रहे हैं।

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  • 🔚 निष्कर्ष: सवाल सीधा है

अगर दुनिया हर साल $470 बिलियन हानिकारक सब्सिडियों पर खर्च कर सकती है, तो फिर $443 बिलियन छोटे किसानों की जलवायु सुरक्षा के लिए क्यों नहीं?

यही किसान हैं जो धरती की आधी भूख मिटाते हैं — और अब उसी धरती के बदलते मौसम से सबसे पहले और सबसे ज़्यादा लड़ रहे हैं।

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