साहित्यिकी संस्था द्वारा रामेश्वर नाथ मिश्र अनुरोध के महाकाव्य राष्ट्र पुरुष नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर परिचर्चा

कोलकाता। साहित्यिकी की जनवरी महीने की मासिक गोष्ठी में सुप्रसिद्ध साहित्यकार रामेश्वर नाथ मिश्र “अनुरोध”

राजीव कुमार झा की कविता : कितने दिनों तक

।।कितने दिनों तक।। राजीव कुमार झा दिल्ली की हवा में तुम्हारे प्यार के किस्से गूंजते

डॉ. आर.बी. दास की कविता : बस यही जिंदगानी है

।।बस यही जिंदगानी है।। डॉ. आर. बी. दास यहां हर दिल में एक अधूरी सी

नहीं रहीं प्रो. प्रेम शर्मा, अकादमिक जगत में शोक की लहर

Kolkata Hindi News, कोलकाता । कोलकाता के साहित्यिक एवं अकादमिक जगत में अपनी विशेष पहचान

राजीव कुमार झा की कविता : सच्चा प्यार

।।सच्चा प्यार।। राजीव कुमार झा समुद्र की लहरों पर थिरकती हुई खामोशी कितनी दूर यहां

डॉ. आर.बी. दास की रचना : खुद को खो दिया हमने

खुद को खो दिया हमने, अपनो को पाते पाते, लोग कहते हैं हम मुस्कुराते बहुत

अशोक वर्मा की कहानी : बेइंतहा प्यार

।।बेइंतहा प्यार।। अशोक वर्मा आज अनुराग की खुशी का ठिकाना नहीं था। उसकी जिंदगी में

डॉ. आर.बी. दास की कविता : कीजिए

।।कीजिए।। डॉ. आर.बी. दास न चादर बड़ी कीजिए, न ख्वाहिशें दफन कीजिए। चार दिन की

राजीव कुमार झा की कविता : अपना साथ

।।अपना साथ।। राजीव कुमार झा शीत की धूप ढलने के बाद प्यार में रातें गुजारना

डॉ. आरबी दास की कविता : सीखो

।।सीखो।। आर. बी. दास जब से परीक्षा वाली जिंदगी पूरी हुई है, तब से जिंदगी