कोरोना पॉजिटिव माँ क्या बच्चे को पिला सकती है दूध? डब्लूएचओ के बताए गए इन 7 टिप्स से बच्चा नहीं होगा संक्रमित

देश में चल रहा कोरोनावायरस का कहर हर एक शख्स के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है लेकिन वे महिलाएं ज्यादा परेशान हैं, जो इस दौरान मां बनी हैं और उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कोरोना पॉजिटिव माताओं के लिए सबसे बड़ी परेशानी की वजह ये है कि वो अपने बच्चे को दूध कैसे पिलाएं।

एक तो कोरोना पॉजीटिव होने के बाद 14 दिनों तक क्‍वारंटाइन पीरियड ऊपर से बच्चे को दूध पिलाना, दोनों ही काम कर पाना बहुत मुश्किल साबित हो रहा है। वे महिलाएं जो हाल ही में मां बनी हैं और उनके मन में संशय है कि वह कैसे अपने शिशु को दूध पिलाएं और ये कितना सुरक्षित है, तो डब्लएचओ ने आपकी इस दुविधा का हल ढूंढ निकाला है। आइए जानते हैं कितना सुरक्षित है, कोविड पॉजिटिव मां का बच्चे को दूध पिलाना।

इसमें कोई दो राय नहीं कि स्तनपान कराने से बच्चे को भी इंफेक्‍शन का खतरा रहता है लेकिन विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का ये बयान आपकी आंख खोलकर रख देगा। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक स्तनपान से शिशु को मिलने वाले फायदे कोरोनावायरस के जोखिम से ज्‍यादा जरूरी हैं। डब्ल्यूएचओ की मानें तो कोरोना पॉजीटिव माँ, बच्चे को बिना संकोच के दूध पिला सकती है। दरअसल स्तनपान से मिलने वाले पोषक तत्वों में बहुत सारा पोषण और शक्‍ति होती है। इसलिए कोरोना पॉजीटिव माँ भी आम महिला की तरह अपने बच्‍चे को दूध पिला सकती है।

जाने ​ब्रेस्‍ट मिल्‍क से मिलते हैं बच्चे को ये पोषक तत्व : किसी भी नवजात बच्चे के लिए माँ के दूध से ज्‍यादा पौष्टिक और कोई दूसरी चीज नहीं होती है, इसलिए छह महीने तक बच्चे को सिर्फ और सिर्फ माँ का दूध पिलाने को कहा जाता है। माँ के दूध में पानी, फैट, कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स, आयरन, कैल्शियम, फास्‍फोरस, सोडियम और विटामिन ए, सी और डी जैसे पोषक तत्व होते हैं। यही पोषक तत्व बच्चे के लिए इम्‍यूनिटी बूस्टर का काम करते हैं। यही पोषक तत्व मिलकर बच्‍चों को खतरनाक वायरल संक्रमण से दूर रखने का काम करते हैं।

बच्चे को ऐसे मिलती है इम्यूनिटी :
वे महिलाएं, जिन्हें प्रसव से पहले या फिर स्‍तनपान के दौरान कोरोना हुआ है उनके दूध से बच्चे को एंटीबॉडीज मिलती है, जो उनमें इम्‍यू‍न रिस्‍पॉन्‍स को बढ़ाने का काम करती हैं। इसलिए माँ का दूध बच्चे के लिए वायरस से लड़ने और उससे बचने का सबसे बेहतर तरीका है।

गंभीर लक्षण हो तो ऐसे पिलाएं बच्चे को दूध :
अगर स्तनपान कराने वाली महिला में कोरोना के गंभीर लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्‍टर से बात करें और जरूरत पड़ने पर अस्‍पताल में भर्ती हो जाएं। इस दौरान आप एक कप में दूध भरकर परिवार के किसी सदस्‍य को ये दूध दे दें,जो चम्‍मच के जरिए बच्चे को फीड करा देगा। हां, इस बात का ध्यान रखें कि व्यक्ति ने मास्‍क और ग्‍लव्‍स दोनों चीजें पहनी हुई हो।

​बच्चे को दूध पिलाते वक्त इन बातों का रखें विशेष ध्‍यान

1. बच्चे को छूने से पहले और बाद दोनों वक्त हाथ जरूर धोएं।
2. दूध पिलाने के दौरान मास्‍क पहनना न भूलें।
3. दूध निकालने के लिए ब्रेस्‍ट पंप या बोतल को छूने से पहले हाथ धोएं और ग्‍लव्‍स पहनें।
4. बोतल को सैनिटाइज कर ही बच्चे को दूध पिलाएं।
5. बच्चे के साथ फेस-टू-फेस कॉन्‍टैक्‍ट करने से बचें।
6. खांसते या छींकते वक्त टिश्‍यू का इस्तेमाल करें और उसे तुरंत फेंक दें।
7. खाली वक्त में बच्चे से 6 फीट की दूरी बनाकर रखें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *