खड़गपुर। कोलकाता के साल्टलेक मैदान में आयोजित पश्चिम बंगाल राज्य पॅरागेम्स 2025 में दौड़ प्रतियोगिता में झाड़ग्राम जिला अंतर्गत बीनपुर के बरागुड़ी गांव के 23 वर्षीय युवक बुधराय हेम्ब्रम ने शानदार सफलता प्राप्त की।
बुधराय का लक्ष्य लगभग एक ही है, लेकिन उसकी सफलता की कहानी प्रतिकूल परिस्थितियों से भरी हुई है। आर्थिक संकट उनके नित्य साथी हैं। साथ ही प्रवासी मजदूर बनने का खतरा भी है।
जानकारी के अनुसार पिछले रविवार को 100 मीटर और 400 मीटर दौड़ प्रतियोगिता में दोनों में बुधराय तीसरे स्थान पर रहे। उसने दो कांस्य पदक प्राप्त किए।

जबकि उसे कभी भी खेल के क्षेत्र में उचित प्रशिक्षण नहीं मिला था। झाड़ग्राम के निवासी राष्ट्रीय स्तर के पैरा एथलेटिक सुमंत मुर्मू ने बुधराय को प्रशिक्षित किया है।
सुमंत मुर्मू कहते हैं, “बुधराय की सफलता से हम उत्साहित हैं। आगामी दिनों में राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी के रूप में उन्हें तैयार किया जाएगा। प्रतिभा की कमी नहीं है, लेकिन बुनियादी ढांचे और आर्थिक प्रतिकूलता की कमी है। इन सब को नजरअंदाज कर वह अपने सपने को पूरा करने के लिए दौड़ रहा है।”
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