बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर बड़ा हमला, 14 मंदिरों में तोड़फोड़

ढाका। हिंदुओं पर बड़े पैमाने पर हो रहे हमले से बांग्लादेश फिर सहमा हुआ है। अज्ञात हमलावरों ने 14 हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की है। मूर्तियों ‌को‌ तालाब में फेंक दिया गया है। शनिवार को हुए इस वारदात के बाद इलाके में तनाव है। बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई ओइक्य परिषद के संयुक्त महासचिव मोनिंद्र कुमार नाथ ने बताया, “ठाकुरगांव जिले के बलियाडांगा उपजिला में तीन संघों के मंदिरों के विभिन्न देवी-देवताओं की 14 मूर्तियों को तोड़ा गया। हम इस घटना से स्तब्ध हैं। साम्प्रदायिक हमलों से प्रभावित तीन यूनियनों में धनतला यूनियन के पास वर्तमान में 80 फीसदी, परिया संघ में 75 फीसदी और चारोल संघ में 45 फीसदी हिन्दू रहते हैं।

आजादी से पहले और आजादी के बाद इन इलाकों में ऐसी घटना पहले कभी किसी ने नहीं देखी।” स्थानीय पुलिस सूत्रों के अनुसार यह घटना शनिवार रात से रविवार सुबह के बीच हुई। पुलिस का मानना है कि हमले की योजना बनाई गई थी। पुलिस अधिकारियों ने हमलावरों को गिरफ्तार कर उचित सजा दिलाने का आश्वासन दिया है। इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

आरोप है कि मंदिर के कुछ हिस्से, देवी-देवताओं की कुछ अन्य मूर्तियों को तोड़ा गया है। स्थानीय निवासियों को इलाके में तालाबों के टूटे हुए हिस्से मिले। पुलिस को तुरंत सूचना दी गई। बलियाडांगी थाने की पुलिस जांच कर रही है। मनिंद्र कुमार नाथ ने कहा, ‘घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। मैंने ठाकुरगांव के पुलिस अधीक्षक से बात की है। उन्होंने उनकी गतिविधियों के बारे में बताया। हम उनकी बातों पर भरोसा नहीं कर सकते।

अगर इस तरह की घटनाओं में किसी की गिरफ्तारी भी होती है तो उसे जमानत पर रिहा कर दिया जाता है। अगर पहले की घटनाओं में कार्रवाई की जाती तो ऐसी घटनाएं बार-बार नहीं होतीं। माननीय प्रधान मंत्री (शेख‌ हसीना) ने पिछले चुनावी घोषणापत्र में वादा किया था कि वे धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कानून और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग बनाएंगे। अभी तक इस पर कोई विचार नहीं किया गया है।”

बलियाडांगी के एक हिंदू समुदाय के नेता बैद्यनाथ बर्मन के शब्दों में, “अज्ञात बदमाशों ने यहां तीन संघ क्षेत्रों में 14 मंदिरों में तोड़फोड़ की। कहीं प्रतिमा तोड़कर तालाब में फेंक दी गई। हम इस बात को लेकर पूरी तरह अंधेरे में हैं कि ये हमलावर कौन हैं और उन्होंने ऐसा क्यों किया। मैं उन्हें गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा की मांग करता हूं।”

संघ परिषद के अध्यक्ष समर चट्टोपाध्याय कहते हैं, ”यहां हमेशा सौहार्दपूर्ण माहौल रहता है। मुसलमानों से हमारे अच्छे संबंध हैं। हिंदुओं पर इतना बड़ा हमला इससे पहले कभी नहीं हुआ। मुझे समझ नहीं आया कि यह किसने किया।” बलियाडांगी थाना प्रभारी खैरूल अनम ने हालांकि स्पष्ट रूप से कहा कि यह सुनियोजित हमला था। बदमाशों का मकसद इलाके में शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ना था। लेकिन जो भी दोषी होगा उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।

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