कोलकाता। बीरभूम नरसंहार की जांच कर रही सीबीआई ने अपनी पड़ताल तेज कर दी है। मूल आरोपी अनारुल को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू हुई है। वहीं, सीबीआई अधिकारियों की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार ने सीआरपीएफ जवानों को तैनात किया है। रामपुरहाट के बोगतुई गांव नरसंहार के मामले में मामले की जांच में एक बहुत ही महत्वपूर्ण मोड़ आया है। इस बार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य पुलिस पर भरोसा किए बिना जांच में जुटी सीबीआई अधिकारियों की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ (CRPF) को तैनात कर दिया। सीआरपीएफ की 1 प्लाटून बीरभूम में सीबीआई टीम के साथ रहेगी।

खुफिया अधिकारी जहां भी जांच के लिए जाएंगे, उनके साथ सीआरपीएफ के 35 जवान होंगे। केंद्र ने सीबीआई अधिकारियों को को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान की है। प्रभावित महिलाओं और ग्रामीणों से बात करने के लिए 3 महिला अधिकारियों को सीबीआई टीम में रखा गया था। इसके साथ ही रविवार को सीबीआई ने आरोपी अनारुल हुसैन (Anarul Hussain) समेत 11 लोगों को छह अप्रैल तक राज्य पुलिस से अपनी हिरासत में ले लिया है. उनसे अस्थायी कैंप में पूछताछ होगी।

कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर बोगतुई में सीबीआई के आगमन के बाद से जांचकर्ताओं की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार भी चिंतित थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से 1 प्लाटुक सीआरपीएफ जवान को तैनात किया गया है, ताकि जांच में जुटी सीबीआई अधिकारियों को सुरक्षा मुहैया कराई जा सके। सीबीआई के अधिकारी बीरभूम में बनाए गए अस्थायी कैंप में ठहरे हुए हैं। इसके अलावा जवानों को उस होटल के बाहर भी तैनात किया गया है, जहां सीबीआई के अधिकारी बीरभूम में ठहरे हुए हैं। वे लगातार अधिकारियों की सुरक्षा पर नजर रखे हुए हैं।

सुबह से शाम तक जांचकर्ता अलग-अलग जगहों पर जाकर अलग-अलग ग्रुप में जांच करेंगे, जवान अलग-अलग ग्रुप में जाकर अधिकारियों के साथ जाएंगे लेकिन सवाल यह है कि सीबीआई अधिकारियों की सुरक्षा के लिए केंद्र ने राज्य पुलिस पर भरोसा क्यों नहीं किया? इस बीच सीबीआई के अधिकारी शनिवार के बाद रविवार की सुबह गांव लौटे। सीएफएसएल जांचकर्ता भी मौजूद हैं। अनारुल समेत 11 आरोपी सीबीआई की हिरासत में हैं। उनसे अस्थायी कैंप में पूछताछ की जा रही है. वे छह अप्रैल तक सीबीआई की हिरासत में रहेंगे।

राज्य पुलिस से सीबीआई ने लिए सारे दस्तावेज
जांच एजेंसी के सूत्रों ने शनिवार को बताया था कि शुक्रवार रात को ही जिला पुलिस अधीक्षक नरेंद्र नाथ त्रिपाठी को सीबीआई ने ई-मेल कर एफआईआर की कॉपी और जांच रिपोर्ट मांगी थी। जिला पुलिस ने तुरंत सीबीआई द्वारा मांगे गए दस्तावेज ईमेल के जरिए दे दिए थे। शनिवार सुबह 10:45 बजे के करीब रामपुरहाट थाने में सीबीआई के अधिकारियों के पहुंचने से पहले राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी की टीम भी थाने में पहुंच गई थी। केंद्रीय जांच अधिकारियों ने एसआईटी के सदस्यों से केस से संबंधित सारे दस्तावेज ले लिए हैं।

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