नदिया। बंगाल के नदिया जिले के रानाघाट के शिक्षक और पर्वतारोही सुब्रत घोष (Subrata Ghosh) इस साल मई में एवरेस्ट की चोटी तक पहुंच गए, लेकिन वापसी के दौरान लापता हो गए। 10 मई को बेस कैंप से चढ़ाई शुरू की और आखिरी बार 12 मई को वॉकी-टॉकी से बात हुई। इसके बाद उनसे संपर्क टूट गया।
पारिवारिक उम्मीदों के बीच, शव की तलाश के लिए 1 करोड़ 35 लाख रुपये की मंजूरी दी गई और 26 मई को शेरपा हेल स्टेप की ओर निकले, लेकिन शव नहीं मिल सका। तब से एवरेस्ट अभियान रोक दिया गया है।
परिवार अब अगली चढ़ाई अभियान तक इंतजार कर रहा है, आशा करता है कि सुब्रत का पार्थिव शरीर लौटेगा। उनकी बहन सुमित्रा देबनाथ का कहना है कि वे भले ही शरीर ही क्यों न हो, सुब्रत से मिलने की उम्मीद अभी भी जिंदा है।
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