Bengal By-Poll: भवानीपुर से भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल के खिलाफ प्रचार नहीं करेंगे बाबुल सुप्रियो, बताई ये वजह

Kolkata: पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि “भवानीपुर से भाजपा उम्मीदवार उनकी वकील थी। वह एक लड़ाकू महिला हैं, मेरी ओर से कई केस लड़ चुकी हैं। मैं उनके खिलाफ प्रचार नहीं करना चाहता हूं। मैं तृणमूल पार्टी से अनुरोध करूंगा कि मुझे शर्मिंदा नहीं करेंगे।”भाजपा के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो भाजपा से नाता तोड़कर तृणमूल में शामिल हो गए हैं।

ऐसा माना जा रहा था कि बाबुल सुप्रियो तृणमूल में शामिल होने के बाद भवानीपुर में ममता बनर्जी के पक्ष में और भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल के खिलाफ प्रचार करेंगे, लेकिन रविवार को बाबुल सुप्रियो ने साफ कर दिया कि वह प्रियंका टिबरेवाल के खिलाफ उपचुनाव में प्रचार नहीं करना चाहते हैं और ममता बनर्जी को भवानीपुर में उनकी जरूरत भी नहीं पड़ेगी।

बता दें कि 2021 के विधानसभा चुनाव में वह भाजपा के स्टार प्रचारक थे, लेकिन भवानीपुर उपचुनाव की दहलीज पर सियासी अखाड़े में एक ही सवाल था कि क्या बाबुल सुप्रियो तृणमूल उम्मीदवार ममता बनर्जी के लिए प्रचार करेंगे, लेकिन वे तृणमूल सुप्रीमो ममता के लिए प्रचार नहीं करना चाहते हैं। उल्लेखनीय है कि भवानीपुर से तृणमूल की उम्मीदवार के रूप में ममता बनर्जी उपचुनाव लड़ रही हैं, जबकि भाजपा ने प्रियंका टिबरेवाल को उम्मीदवार के रूप में उतारा है।

बाबुल सुप्रियो ने तृणमूल भवन में एक संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा कि वह भवानीपुर में तृणमूल नेता के लिए प्रचार नहीं करना चाहते हैं। यह उसके लिए शर्मनाक होगा। उन्होंने कहा, “भवानीपुर से भाजपा उम्मीदवार उनकी वकील थी, वह एक लड़ाकू महिला हैं। मेरी ओर से कई केस लड़ चुकी हैं। मैं उनके खिलाफ प्रचार नहीं करना चाहता हूं। मैं पार्टी से अनुरोध करूंगा कि मुझे शर्मिंदा नहीं करेंगे।”

उल्लेखनीय है कि बीजेपी नेता प्रियंका टिबरेवाल बाबुल सुप्रियो की वकील थीं। ममता बनर्जी के खिलाफ चुनाव लड़ने पर बाबुल सुप्रिया ने भी प्रियंका टिबरेवाल को सोशल मीडिया पर बधाई दी थी। उन्होंने कहा था, “उन्होंने उन्हें राजनीति में आने के लिए प्रोत्साहित किया था।”

आसनसोल के सांसद को प्रियंका के साथ उनके संबंधों के मद्देनजर स्टार प्रचारक के रूप में भाजपा ने नामित किया गया था, लेकिन बाबुल ने दिलचस्पी नहीं दिखाई थी। उस उदासीनता का कारण निश्चित रूप से शनिवार को अचानक स्पष्ट हो गया जब अभिषेक बनर्जी के हाथ पकड़ कर बाबुल सुप्रियो तृणमूल में शामिल हो गए। इस बीच प्रियंका टिबरेवाल ने भवानीपुर में चुनाव प्रचार के दौरान कहा, ”मुझे नहीं लगता कि बाबुल अपनी बहन के खिलाफ प्रचार करेंगे।”

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