वाराणसी। ज्योतिर्विद रत्न वास्तु दैवज्ञ पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री जी ने पुखराज रत्न पहनने के निम्नलिखित फायदे के बारे में बताया जैसे कि…
1) वित्तीय समृद्धि : पुखराज रत्न पहनने से व्यक्ति के आर्थिक हालात में सुधार आता है। यह व्यापार में लाभ, धन की प्राप्ति और निवेश में सफलता दिलाने में मदद करता है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होता है जो व्यापार या नौकरी में उन्नति की इच्छा रखते हैं।
2) स्वास्थ्य लाभ : पुखराज रत्न शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक होता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है, लीवर के विकारों को ठीक करता है और त्वचा संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। मानसिक शांति और तनाव कम करने में भी यह रत्न उपयोगी होता है।
3) शिक्षा और ज्ञान : बृहस्पति ग्रह ज्ञान और विद्या का कारक है। इसलिए पुखराज रत्न पहनने से शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलती है। यह विद्यार्थियों और शिक्षकों दोनों के लिए लाभकारी होता है। परीक्षा में अच्छे अंक लाने और उच्च शिक्षा में सफलता पाने के लिए यह रत्न अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है।

4) वैवाहिक जीवन में सुख : पुखराज रत्न वैवाहिक जीवन में भी सुख और समृद्धि लाने में सहायक होता है। यह पति-पत्नी के बीच सामंजस्य और प्रेम बढ़ाता है। जिन लोगों के वैवाहिक जीवन में समस्याएं हैं, वे पुखराज रत्न धारण करके अपने संबंधों में सुधार ला सकते हैं।
5) मान-सम्मान और प्रतिष्ठा : पुखराज रत्न व्यक्ति के सामाजिक जीवन में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ाता है। यह समाज में व्यक्ति की पहचान को मजबूत करता है और उसे सम्मान दिलाता है। यह रत्न पहनने से व्यक्ति का आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
6) मानसिक शांति : पुखराज रत्न पहनने से मानसिक शांति और स्थिरता मिलती है। यह व्यक्ति को तनाव और चिंता से मुक्ति दिलाता है और उसे मानसिक रूप से सुदृढ़ बनाता है। ध्यान और मेडिटेशन में रुचि रखने वालों के लिए यह रत्न अत्यंत लाभकारी है।
7) आध्यात्मिक उन्नति : आध्यात्मिक उन्नति और ध्यान में गहरी अनुभूति के लिए पुखराज रत्न बहुत उपयोगी माना जाता है। यह रत्न व्यक्ति के आध्यात्मिक जागरण को बढ़ावा देता है और उसे आध्यात्मिक पथ पर आगे बढ़ने में सहायता करता है।
8) रिश्तों में सुधार : पुखराज रत्न पहनने से रिश्तों में सुधार आता है। यह पारिवारिक और सामाजिक संबंधों को मजबूत करता है। दोस्तों, परिवार और सहयोगियों के साथ बेहतर तालमेल और सामंजस्य स्थापित करने में यह रत्न मदद करता है।
9) निर्णय क्षमता में सुधार : पुखराज रत्न व्यक्ति की निर्णय क्षमता को बेहतर बनाता है। यह व्यक्ति को सही निर्णय लेने की शक्ति प्रदान करता है और उसे जीवन में सफल बनाता है। खासकर व्यापार और करियर में सही निर्णय लेने में यह रत्न बहुत सहायक होता है।
10) रचनात्मकता और कला में उन्नति : यह रत्न उन लोगों के लिए भी लाभकारी होता है जो रचनात्मक क्षेत्र, जैसे लेखन, संगीत, पेंटिंग आदि में हैं। पुखराज रत्न पहनने से उनकी रचनात्मकता में वृद्धि होती है और वे अपनी कला में नए आयाम हासिल कर सकते हैं।
पुखराज रत्न कैसे पहनें? पुखराज रत्न धारण करने का सही तरीका भी जानना आवश्यक है। इसे सोने की अंगूठी में या पंच धातु में जड़वा कर गुरुवार के दिन, शुक्ल पक्ष में, सूर्यास्त से पहले धारण करना चाहिए। इसे धारण करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लेना चाहिए ताकि आपको इसका पूर्ण लाभ मिल सके।
निष्कर्ष : पुखराज रत्न अपनी अनेक विशेषताओं और फायदों के कारण बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। यह न केवल आर्थिक समृद्धि और स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, बल्कि शिक्षा, वैवाहिक जीवन, और सामाजिक प्रतिष्ठा में भी सुधार लाता है।
इसके साथ ही यह मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति, रिश्तों में सुधार, निर्णय क्षमता और रचनात्मकता में भी वृद्धि करता है। यदि सही विधि और परामर्श के साथ इसे धारण किया जाए तो जीवन में कई प्रकार के सकारात्मक बदलाव देखे जा सकते हैं। अतः यदि आप अपने जीवन में इन लाभों को पाना चाहते हैं, तो पुखराज रत्न अवश्य धारण करें।
ज्योतिर्विद रत्न वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 99938 74848
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