
खड़गपुर। पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में तमलुक और नंदीग्राम में आशा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि आशा कार्यकर्ता माताओं और बच्चों के साथ-साथ समाज को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते हैं। हालांकि, कोविड-19 महामारी के बाद से उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कार्यों के अलावा कई अन्य कार्यों का पालन भी करना पड़ता है, जिसके लिए उन्हें कोई अतिरिक्त भुगतान नहीं मिलता है।
राज्य सरकार द्वारा आशा कार्यकर्ताओं को केवल 5,250 रुपये का मासिक भुगतान किया जाता है, जो उनके परिवार का गुजारा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। इसके अलावा, उन्हें प्रोत्साहन राशि का भुगतान भी 3-4 महीने तक बकाया रहता है। हाल ही में पेश किए गए बजट में भी आशा कार्यकर्ताओं के वेतन में कोई वृद्धि नहीं की गई है।
आशा कार्यकर्ताओं ने आशा कार्यकर्ताओं का वेतन बढ़ाने, प्रोत्साहन राशि का भुगतान समय पर करने, आशा कार्यकर्ताओं के परिवार के लिए सुरक्षा और समर्थन की मांग की गई है। वहीं आशा कार्यकर्ताओं के कार्यभार में कमी करने की भी मांग की गई है ताकि वे अपने कार्यों को प्रभावी ढंग से कर सकें।
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