प्रतीकात्मक फोटो, सोर्स: गूगल

मुम्बई। रूस और यूक्रेन में जारी जंग की वजह से कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में बढ़ोतरी का असर अब घरेलू स्तर पर दिखने लगा है। पेट्रोल और डीजल के बाद सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) ने मंगलवार को घरेलू रसोई गैस सिलेंडर (LPG Gas Cylinder) की कीमतों में बढ़ोतरी की है। दिल्ली, मुंबई और अन्य शहरों में मंगलवार से घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में 50 रुपये से अधिक की बढ़ोतरी की गई है। 6 अक्टूबर 2021 के बाद यह पहली बढ़ोतरी है। आपको बता दें कि इस महीने की शुरुआत में तेल कंपनियों ने 19 किग्रा कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में 105 रुपये की बढ़ोतरी की थी।

तेल कंपनियों ने 137 दिनों बाद आज पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। 4 नवंबर के बाद तेल के भाव में यह पहली बढ़ोतरी है। कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के बावजूद कीमतें तब से स्थिर हैं। नवंबर की शुरुआत में अंतर्राष्ट्रीय तेल की कीमतें 81-82 डॉलर प्रति बैरल के आसपास थीं, जो अब 114 डॉलर प्रति बैरल हैं। नवंबर में पिछली बढ़ोतरी के बाद से कच्चे तेल की कीमतों में 25 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।

6 अक्टूबर से स्थिर थीं सिलेंडर की कीमतें : बता दें कि 6 अक्टूबर 2021 के बाद 21 मार्च 2022 तक घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतें स्थिर थीं। घरेलू सिलेंडर ना तो सस्ता हुआ था और न ही महंगा हुआ था। इसके साथ ही इस दौरान कच्चे तेल की कीमतें भी 140 डॉलर प्रति बैरल के पार चली गई थीं। वहीं, एलपीजी के कामर्शियल सिलेंडर की कीमतों में इस बीच अच्छा-खासा बदलाव देखने को मिला था।

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