अंकित तिवारी, नई दिल्ली । प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभाग द्वारा दिल्ली में आज अखिल भारतीय समाधान मूलक मीडिया अभियान का शुभारम्भ हुआ। कैंडल लाइट जलाकर व देश की तिरंगा और ब्रह्मा कुमारी संस्था की झंडा हिलाकर सन्मानीय अतिथियों ने इस मीडिया अभियान का दिल्ली क्षेत्र में लॉन्चिंग किया गया। केन्द्रीय सुचना एवं प्रसारण मंत्रालय के मीडिया शिक्षा संसथान आईआईएमसी की सहभागिता से यह अभियान दिल्ली एवं एनसीआर क्षेत्र में चलाई जाएगी। जिसके तहत दिल्ली एवं एनसीआर क्षेत्र में कार्यरत पत्रकार एवं मीडिया कर्मियों को आध्यात्मिकता, मानवीय मूल्य एवं स्वस्थ और सकारात्मक जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे। जिससे मीडिया वर्ग एक सशस्त समाज और समग्र भारत की ओर योगदान देने में सक्षम होंगे।

इस मीडिया अभियान का शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईआईएमसी के महानिदेशक प्रोफ़ेसर संजय द्विवेदी ने आज समाज में जो चौतरफा नैतिक मूल्यों की गिरावट हुई है, उसकी रोकथाम के लिए पारिवारिक, सामाजिक, शैक्षणिक एवं अध्यात्मिक मूल्यों की पुनरस्थापना तथा जन जागृति की आवशयकता है जिसमे मीडिया महेत्व्पूर्ण योगदान दे सकता है। उन्होंने कहा कि मीडिया का काम सिर्फ सूचना देना या मनोरंजन करना नहीं अपितु जन मानस को सही मूल्य शिक्षा द्वारा सकाश व सम्रध करना, जिससे समाज के नैतिक गिरावट की रोकथाम होगी। उन्होंने आगे कहा कि मीडिया का कर्तव्य सिर्फ सवाल उठाना नहीं, या केवल समस्याओ को खड़ा करना नहीं अपितु सवालो का जवाब भी ढूढना है और समस्याओं के समाधान हेतु उपयुक्त सुझाव भी प्रस्तुत करना है।

समाज या सरकार की कमियों को उजागर करना नकारात्मक नहीं है, पर एक वस्तुस्थिति का पर्दाफाश करना है जो मीडिया द्वारा एक सकारात्मक पहल माना जायेगा, लेकिन साथ में इसकी समाधान कारक पहलुओं को भी सामने लाना होगा, इसी को ही सकारात्मक और समाधान परक पत्रकारिता कहते है, जिसके लिए पत्रकारों को अपनी आंतरिक शक्ति, गुणों और क्षमताओं को विकसित करना होगा आध्यात्मिकता के माध्यम से। इस अभियान का अन्य एक सहभागी संस्था कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो. बलदेव भाई शर्मा ने कहा कि नकारात्मकता से समाधान नहीं होता सकारात्मकता से होता है और यही कार्य ब्रह्माकुमारी संस्था राजयोग की शिक्षा देकर कर रहा है। उन्होंने कहा कि मीडिया एवं पत्रकारों का काम जनमानस में नैतिक जागृति पैदा करना है। उन्होंने कहा कि नए पत्रकारों को समाधान परक पत्रकारिता की शिक्षा देकर समृद्ध भारत बनाने में योगदान देना आवश्यक है।

दूरदर्शन के महानिदेशक मयांक अग्रवाल ने अपने विडियो कॉल सन्देश में कहा कि मीडिया वर्ग की आंतरिक सशक्तिकरण, उत्कृष्टता, सर्वांगीण प्रगति व समृद्धि हेतू समर्पित इस समाधान केंद्रित मीडिया कैंपेन की पुर्ण सफ़लता हेतु अपनी शुभकामनाएं प्रदान करता हूं। आशा करता हूं की यह अभियान अवश्य ही एक सशक्त व समृद्ध भारत निर्माण की दिशा में कार्य करने हेतु मीडिया कर्मीयों को सकारात्मकता, एकता, अखंडता व समाधानात्मकता की ओर प्रेरित करेगा। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में माखन लाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो. के जी सुरेश ने विडियो मेसेज में कहा कि यह समाधान मूलक मीडिया अभियान समय की मांग है । उन्होंने कहा की कई समस्याओं का समाधान सरकार कर सकती है और मीडिया का काम है सही की सराहना करना, कमियों को उजागर करना, साथ ही समाधान पेश करना होगा, जिससे मीडिया का एक सकारात्मक रूप दिखाई देगा। उन्होंने आगे कहा कि मीडिया वर्ग समाज में फैली समस्याओं की मुद्दों को उठाने के साथ साथ उनके समाधान भी सुझाएँ।

ब्रह्माकुमारी संस्था के गुरुग्राम स्थित ओमशांति रिट्रीट सेंटर की निदेशिका राजयोगिनी बी.के. आशा ने कहा कि मीडिया वाले अक्सर लोगों का ध्यान सा। समस्याओं की ओर करते है और अब जरुरत है समस्याओ को उजागर करने के साथ साथ समाधान की तरफ भी ध्यान आकर्षण कराएँ। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय मीडिया में सकारात्मकता की वृद्धि हुई है इसको और आगे बढाना है ताकि सकारात्मक मीडिया सामग्री से जन मानस सकारात्मक और शक्तिशाली बने। उन्होंने कहा कि सकारात्मक मीडिया से ही देश समृद्ध होगा और पत्रकारिता में जब आध्यात्मिकता का समावेश होगा तब भारत विश्व गुरु कहलायेगा। वरिष्ठ पत्रकार एवं ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन के पूर्व महासचिव एन.के. सिंह ने विशिष्ठ वक्ता के रूप में कहा कि समाज की समस्याओ की समाधान के लिए मीडिया एक बहुत छोटा वर्ग है जिनका गणतंत्र में अहम स्थान शासक वर्ग की कमी कमजोरी और नकारात्मक स्थिति को उजागर करने की है, इसलिए मीडिया मूलतः नकारात्मक है, य=लेकिन नैतिक मूल्य एवं अध्यात्मिक शक्ति मीडिया वर्ग को सकारात्मक मानसिकता एवं जीवन शैली ख ओर प्रेरित किया जा सकता है इस दिशा में ब्रह्माकुमारी जैसी अध्यात्मिक संघटनो की भूमिका व योगदान अवश्य महत्वपूर्ण होगा।

यूएनआई के मुख्य सम्पादक अजय कौल ने सम्मानीय अतिथि के रूप में कहा कि मीडिया शक्तिशाली है और जिम्मेदार है समाज को क्या देना है परन्तु अभिमान पत्रकारिता को ख़राब कर रहा है। इसके लिए उन्हें सोचना होगा कि उनके समाचार का क्या प्रभाव समाज पर पड़ रहा है । ANI के एच आर निर्देशक कैप्टन महेश भाकुनी ने कहा कि हमारे देश में जितनी नकारात्मकता फैली है वह विदेशी पत्रकारिता के दें है। हमारे देश में सकारात्मकता को महत्व दिया जाता है, जो आध्यात्मिकता में ही निहित है। उन्होंने कहा की आध्यात्मिकता ही सच्चा अमृत है जो हमारे अंदर है, जिसको अध्यात्मिक ज्ञान और राजयोग ध्यान द्वारा आत्मसात किया जा सकता है और अपनी जीवन, समाज और देश को बेहतर बनाया जा सकता है।

अपने आशीर्वचन में दिल्ली, हरियाणा व यूपी स्थित 100 से अधिक ब्रह्माकुमारी राजयोग केन्द्रों की निर्देशिका राजयोगिनी बी.के. शुक्ला ने कहा कि जब तक मन, वचन, कर्म में पवित्रता, सद्भाव व सहयोग की भावना जागृत नहीं होती है तब तक भारत समृद्ध नहीं हो सकता। इन सद्गुणों की धरना के लिए तथा देश को समृद्ध बनाने के लिए जीवन में आध्यात्मिकता का पुट जरुरी है। ब्रह्माकुमारी मीडिया प्रभाग के दिल्ली क्षेत्रीय संचालिका बी.के. सुनीता ने उपस्थित मीडिया कर्मियों को राजयोग मैडिटेशन करा कर आंतरिक शांति और शक्ति का अनुभव कराया। आईआईएम्सी के स्टूडेंट वेलफेयर डीन प्रोफेसर प्रमोद सैनी ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा तथा लाल बहादुर शास्त्री संस्कृत विश्व विध्यालय के डीन डॉ. सविता मुद्गल ने कुशल मंच संचालन किया।

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