तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : रेलनगरी खड़गपुर पर खंडहर बनने का खतरा मंडरा रहा है , लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे । आल इंडिया रेलवे फेडरेशन के निर्देश पर दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस यूनियन कार्यकर्ताओं द्वारा चलाए गए जागरूकता अभियान में कुछ इसी प्रकार की आशंका व्यक्क की गई तो वहीं सफल संघर्ष का विश्वास भी जताया गया । खड़गपुर के न्यू डवलपमेंट एरिया में रविवार को चलाए गए साप्ताहिक अभियान के दौरान नेताओं ने यह बात कही । इस रेल बचाओ , देश बचाओ अभियान के दौरान संगठन के वरिष्ठ नेता अजीत घोषाल व सुकांत मल्लिक समेत बड़ी संख्या में सदस्य और पदाधिकारी उपस्थित थे।
अपने संबोधन में नेताओं ने कहा कि रेलवे में जिस तरह निजीकरण हो रहा है , ठेकेदार कर्मचारियों से काम चलाया जा रहा है और स्थायी कर्मचारियों की संख्या लगातार कम की जा रही है , उससे इस आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता। जिस खड़गपुर के रेल शहर होने पर हम गर्व करते हैं उसकी कॉलोनियों के क्वार्टरस में रहने के लिए कर्मचारी नहीं बचेंगे। क्योंकि रेल महकमे में जब स्थायी कर्मचारी ही नहीं बचेंगे तो क्वार्टर में रहेगा कौन। आप सोच सकते हैं यह स्थिति कितनी तकलीफ देह होगी। लेकिन जनता को साथ लेकर हम रेल बचाएंगे और देश भी। उन्होंने शहर में यह साप्ताहिक अभियान आगे भी जारी रखने की घोषणा की।