नदिया। दक्षिण बंगाल सीमांत के अंतर्गत सीमा चौकी मधुपुर, 82वीं वाहिनी के जवानों ने विशेष प्रजाति के 86 तोतों (कोन्योर व सन पैराकीट) को तस्करों के चंगुल से आजाद करवाया. तस्कर इन पक्षियों को बांग्लादेश से भारत में लाने की कोशिश कर रहे थे। दरअसल, सीमा चौकी मधुपुर के जवानों को बीएसएफ के खुफिया विभाग से बांग्लादेश की तरफ से पक्षियों की संभावित तस्करी की सूचना मिली। तत्पश्चात, जवानों ने इलाके में अंबुश लगाया।
अंबुश पार्टी ने बांग्लादेश की ओर से तीन से चार तस्करों को तारबंदी की तरफ आते देखा। जवानों ने तस्करों को रुकने की चेतावनी दी।जवानों को अपनी तरफ बढ़ते देख तस्कर वापस बांग्लादेश की तरफ भागने लगे। इसके बाद जवानों ने तुरंत इलाके की गहन छानबीन शुरू कर दी। तलाशी के दौरान जवानों को मौके से लोहे का एक पिंजरा बरामद हुआ जिसमें विशेष प्रजाति के 86 तोते थे। तोते की इस प्रजाति को सन कोन्योर व सन पैराकीट के नाम से भी जाना जाता है।
यह एक मध्यम आकार और चमकीले रंग का तोता होता जो कि दक्षिण अमेरिका की प्रजाति है। जब्त किए गए पक्षियों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए बैथुआ डहरी वन विभाग को सौंप दिया गया। बीएसएफ, दक्षिण बंगाल सीमांत के जन संपर्क अधिकारी ए. के. आर्य ने बताया कि बीएसएफ जवान भारत–बांग्लादेश सीमा पर दुर्लभ प्रजाति के पशु–पक्षियों के साथ–साथ तमाम प्रकार की तस्करी को रोकने के लिए लगातार कड़े कदम उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि तस्करों को सीमावर्ती इलाके में इस तरह की गतिविधियों को अंजाम देने में काफी मुश्किलों का अनुभव हो रहा है और इनमें से कुछ पकड़े जा रहे हैं, जिनको पुलिस को सौंपकर दंडित किया जा रहा है।