तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर । नई पीढ़ी इस बात की कल्पना भी नहीं कर सकती कि जब ना तो टेलीफोन थे और न मोबाइल या इंटरनेट! तब आपात स्थिति में पीड़ितों की मदद कर पाना कितना मुश्किल रहा होगा। खड़गपुर की सामाजिक संस्था ‘इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स काउंसिल’ द्वारा किए गए मौन साधक समाजसेवियों के अभिनंदन समारोह में लोगों के मस्तिष्क में यही सवाल कौंध रहा था। क्योंकि सम्मानित होने वालों में वे वयोवृद्ध गुलाब चंद्र वोरा भी शामिल थे। जिन्होंने 1981 में शहर में हुए बस हादसे के पीड़ितों की काफी मदद की थी। नासिक से आई बस खड़गपुर में दुर्घटनाग्रस्त हुई थी, जिसमें कई जानें गई थी।
गणतंत्र दिवस की संध्या पर शहर के मलिंचा रोड में आयोजित इस समारोह में खड़गपुर राजकीय अनुमंडल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. कृष्णेंदु मुखोपाध्याय, समाजसेवी दीपक कुमार दासगुप्ता, गुलाब बोहरा, सकल देव शर्मा, असीम नाथ, जगदीश प्रसाद अग्रवाल, समीर गुहा, नवीन शर्मा, अंजना साखरे तथा देवांशु गांगुली समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। वहीं सम्मानित संस्थाओं में शिव शक्ति मानस मंडल, छत्तीसगढ़ साहू समाज, यादव समाज, युव भारतीय विश्वकर्मा समाज, सनातन धर्म प्रचार मंच, स्थानकवासी जैन समाज, दिगंबर जैन समाज, माथुर वैश्य समाज, सिद्धि विनायक सेवा मंडल, श्याम सेवा दल, नीमपुरा गुरुद्वारा, खरीदा गुरुद्वारा, गरीब नवाज फाउंडेशन, श्री कान्यकुब्ज वैश्य नवयुवक संघ, खड़गपुर मारवाड़ी युवक संघ, बौद्ध समाज तथा उत्कल हरिजन युवा संघ आदि शामिल रही।
आइएचआरसी की ओर से अमित मिश्रा और राहुल शर्मा ने कहा कि “73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर संस्था के द्वारा मलिंचा रामनिवास धर्मशाला के समक्ष कार्यक्रम को संपन्न किया गया। जिसमें कुछ ऐसे व्यक्ति, जो कई सालों से निस्वार्थ समाज में अपनी सेवाएं दे रहे हैं परंतु आज भी उनका नाम लोगों तक नहीं पहुंच पाया था और साथ ही ऐसे समाज जो अपने सामाजिक कर्तव्य को निष्ठापूर्ण भलाई के कार्य करते ही जा रहे थे, उन्हें सम्मानपत्र देकर उनको नमन किया गया। ताकि वह ऐसे नेक कार्य सदैव करते रहे और लोगों को प्रेरणा मिलती रहे। हर किसी का भला होते रहे। हम उन तमाम लोगों का शुक्रिया करते हैं, जो हमारे इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए और इस कार्यक्रम को सफल बनाएं। अपनी संस्था के प्रत्येक पुराने वा नए सदस्य जिनकी वजह से इतना बड़ा कार्यक्रम संपन्न हो पाया उन सभी को धन्यवाद।