नागरिक प्रतिरोध मंच ने किया निजीकरण का विरोध, बताया देश हित के खिलाफ

अमितेश कुमार ओझा, खड़गपुर : नागरिक प्रतिरोध मंच के संयोजक तरुण मंडल ने आज अपने एक बयान में कहा कि हम वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घोषणा की गई राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन ( एन एम पी) का विरोध करते है । केंद्र सरकार द्वारा लगातार निजीकरण करना देश के लिए खराब है। एन एम पी स्कीम के तहत ४०० रेलवे स्टेशन ,१२ क्लस्टर में लंबी दूरी की १०९ जोड़ी ट्रेन, विश्व विरासत के रूप में चिंहित दार्जिलिंग के टॉय ट्रेन से लेकर विभिन्न जगह के टॉय ट्रेन परिसेवा, रेलवे स्टेडियम से लेकर रेलवे कॉलोनी ,ईस्टर्न एंड वेस्टर्न फ्रंट कॉरिडोर किस प्रकार विभिन्न कॉरपोरेट संस्था के हाथो में सौंपा जा रहा है।

इस सूची में केवल रेलवे ही नहीं ,साथ ही साथ भारत के कुल राष्ट्रीय मार्ग समेत विद्युत उत्पादन ,परिवहन ,तेल व गैस पाइपलइन से लेकर २५ एयरपोर्ट ,बीएसएनएल और एमटीएनएल फाइबर कनेक्शन से लेकर कोलकाता ओर हल्दिया जल बंदरगाह भी शामिल है। जनता के पैसों से निर्मित सरकारी सम्पत्ति को गैर सरकारी संस्थाओं के हाथो में सौंपने से ४ सालो में ५ लाख करोड़ रुपए सरकारी राजकोष में जमा होने से ज्यादा बैंक द्वारा १० लाख करोड़ रुपए एनपीए उद्धार करना।

२ लाख करोड़ रुपए बड़े बड़े पूंजीपतियो द्वारा ऋण लिए गए पैसों को जब्त करने से सरकारी राजकोष में उसे ज्यादा पैसा आजाएगा। इस तरह के निजीकरण का हम तीव्र विरोध करते है। इस प्रकल प के माध्यम से सरकारी सम्पत्ति को उपयोग में लाकर प्राइवेट संस्था द्वारा ज्यादा मुनाफा कमाया जाएगा। जनता को मूल्य से अधिक दामों पर सामान का क्रय करना होगा।

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