Kolkata Desk: भाजपा नेता सायंतन बसु ने ममता बनर्जी पर कसा तंज, कहा लेडी तालिबान देखना है तो कालीघाट आइए। त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस के रक्षाबंधन उत्सव मनाने पर भी प्रदेश भाजपा के महासचिव सायंतन बसु ने कहा कि तृणमूल वहां 365 दिन राखी उत्सव मना लें, उससे क्या फर्क पड़ जाएगा? उन्होंने कहा कि, मेरा परामर्श है तृणमूल कांग्रेस अफगानिस्तान जाकर भी राखी उत्सव का पालन करके आए।
उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद बंगाल की राजनीति पर भी तालिबान शब्द का जमकर इस्तेमाल नेतागण कर रहे हैं। प्रदेश भाजपा के नेतागण बंगाल में चुनाव बाद हिंसा की तुलना लगातार तालिबानी शासन से कर रहे हैं और प्रदेश भाजपा के राज्य महासचिव सायंतन बसु ने फिर ममता बनर्जी की तुलना तालिबान से करते हुए कहा कि लेडी तालिबान देखना है तो कालीघाट आइए।
दांतन में भाजपा के कार्यकर्ता की हत्या को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में इस तरह की हिंसा और अत्याचार हो रही है। विपक्ष के सारे अधिकारों को कुचल दिया गया है। बंगाल में तालिबानी शासन चल रहा है। इसके बाद उन्होंने कहा कि अगर कोई लेडी तालिबान को देखना चाहता है तो वह बंगाल आ जाए। टिकट लेकर काबुल जाने की जरूरत नहीं है। कालीघाट में ही लेडी तालिबान दिख जाएगी। ज्ञातव्य हो कि कालीघाट में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का निवास स्थल है।
इसके अलावा कुछ भाजपा नेताओं द्वारा उत्तर बंगाल को अलग राज्य घोषित करने की मांग के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कोई अगर व्यक्तिगत तौर पर कोई बयान देता है तो पार्टी उसके लिए जिम्मेदार नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार से झारखंड को अलग करने की मांग उठी थी, उसी तरह से मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ को भी अलग करने की मांग उठी थी। पार्टी के तौर पर भाजपा बंगाल को विभाजित करने का समर्थन नहीं करती है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बंगाल की जो भौगोलिक सीमा तैयार की है उसमें पार्टी किसी भी तरह का कोई भी बदलाव पार्टी नहीं चाहती है।
त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस इस बार रक्षाबंधन उत्सव मना रही है। इस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि तृणमूल वहां 365 दिन राखी उत्सव मना लें, उससे क्या फर्क पड़ जाएगा? उन्होंने कहा कि मेरा परामर्श है तृणमूल कांग्रेस अफगानिस्तान जाकर भी राखी उत्सव का पालन करके आए। वहीं टीएमसी के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि यदि भाजपा के नेता इस तरह बयान देंगे, तो तृणमूल इसे बर्दास्त नहीं करेगी और इसका जवाब दिया जाएगा।