कोलकाता : दिलीप घोष (Dilip Ghosh) का बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर कार्यकाल खत्म हो रहा है। पार्टी के अगले संगठनात्मक प्रमुख को चुनने का समय आ गया है। शीर्ष नेतृत्व ने यह जिम्मेदारी दिलीप घोष को सौंपी है। सूत्रों के मुताबिक दिलीप घोष कई नामों की लिस्ट पहले ही बीजेपी के अखिल भारतीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) को भेज चुके हैं। शीर्ष नेतृत्व उनमें से किसी एक को अगले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में चुनेगा।
गौरतलब हो कि जब भाजपा के विधायकों की संख्या मात्र 3 और सांसदों की संख्या 2 थी, तब दिलीप घोष को इस राज्य में भाजपा अध्यक्ष की कुर्सी मिली। वहां से उनके नेतृत्व में बीजेपी को राज्य में 75 विधायक (दो इस्तीफा दे चुके) और 18 सांसद मिले। नतीजतन, यह कहा जा सकता है कि केंद्रीय नेता उनके प्रदर्शन से खुश थे। इसलिए उनका कार्यकाल पिछले चुनाव से पहले बढ़ा दिया गया था।
मोदी-शाह को अपने इस नेता पर बहुत भरोसा था, भले ही वह अपने विवादित बयानों के चलते कई बार सुर्खियां बटोर चुके हों। हालांकि बीजेपी सूत्रों के मुताबिक इस बार प्रदेश अध्यक्ष पद पर एक नया चेहरा देखने को मिल सकता है। इसलिए दिलीप पर भरोसेमंद नेतृत्व ने उन्हें संभावनाओं की अगली सूची चुनने को कहा है। खबर है कि दिलीप ने 4-5 लोगों के नाम भी प्रपोज किए हैं।
सूत्रों के मुताबिक जेपी नड्डा शुक्रवार को दिलीप घोष से जानना चाहा कि उनके पसंदीदा की अगली सूची में कौन है? चूंकि दिलीप ने पिछले कई वर्षों से राज्य में संगठन को तेज किया है, केंद्रीय नेतृत्व चाहता है कि दिलीप अगले अध्यक्ष की सूची का प्रस्ताव रखे। दिलीप ने ऐसे ही 4-5 नामों की लिस्ट दी है। सूत्रों के अनुसार सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी, सांसद सुकांत मजूमदार और प्रताप बंद्योपाध्याय के नाम हैं।