Kolkata Desk : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने पीएम को पत्र लिखकर वैक्सीन वितरण के मामले में केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी (BJP) शासित राज्यों उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक आदि में जनसंख्या की तुलना में ज्यादा वैक्सीन दी गयी है, जबकि बंगाल को कम दिया गया है। उन्होंने बंगाल के साथ भेदभाव का आरोप लगाया।
ममता ने पीएम को लिखे पत्र में कहा कि बंगाल को अपेक्षाकृत कम वैक्सीन दी जा रही है। बार-बार मांगने के बावजूद भी जरूरत के मुताबिक वैक्सीन नहीं दी गई है। वैक्सीन की मांग करते हुए ममता ने पीएम को फिर से पत्र लिखा है। अगले सप्ताह ममता ने दिल्ली में नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और इस मुलाकात के दौरान बंगाल को कम वैक्सीन मिलने का मुद्दा उठाया था।
ममता ने मोदी को लिखे अपने पत्र में कहा कि असम, सिक्किम और उत्तर-पूर्वी राज्यों में कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है। बंगाल में फिलहाल प्रतिदिन 4 लाख लोगों को टीकाकरण किया जा रहा है, जबकि हमारी क्षमता 10 लाख लोगों को टीका देने की है, लेकिन हमें पर्याप्त टीके नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार कम हो रहे हैं। मार्च में संक्रमित मामलों की संख्या 33 फीसदी थी, जो अब घट कर 3 फीसदी पर पहुंच गई है।
ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल के साथ भेदभाव किया जा रहा है। बंगाल ने वैक्सीनेशन में अच्छा काम किया है। बंगाल में बहुत कम वैक्सीन की बर्बादी हुई है, लेकिन बंगाल के जनसंख्या के अनुसार बंगाल को 14 करोड़ वैक्सीन चाहिए, लेकिन बंगाल को पर्याप्त वैक्सीन नहीं मिले हैं।
ममता ने कहा कि उन्होंने पीएम को फिर से पत्र लिखा है, ताकि उनके ध्यान में रहे, हालांकि वह हमारे पत्र का जवाब नहीं देते हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि हम वैक्सीन का निर्माण नहीं कर रहे हैं और न ही हम संग्रह कर रहे हैं और यह केंद्र सरकार की ड्यूटी है कि वह वैक्सीन दें, ताकि राज्य में सभी लोगों का टीकाकरण हो सके।