कोलकाता (Kolkata) : केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 12 कंपनियां चुनाव तैयारियों के तहत बंगाल पहुंची। राज्य की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए अप्रैल-मई में चुनाव होने की संभावना है। अधिकारियों ने बताया कि दो कंपनियां रेलगाड़ी से दुर्गापुर पहुंची जबकि एक कंपनी वर्द्धमान पहुंची। उन्होंने बताया कि हावड़ा के नजदीक दानकुनी भी सुरक्षाबलों की पांच कंपनिया पहुंच चुकी हैं। वहीं चार अन्य कंपनियां रेलगाड़ी से चितपुर इलाके स्थित कोलकाता रेलवे स्टेशन पहुंची है। चुनाव कार्य में लगे एक अधिकारी ने बताया, ‘‘जम्मू-कश्मीर से सुरक्षा बलों को यहां बुलाया गया है और वे उन इलाकों में जा रहे हैं जहां उनकी तैनाती की गई है।’’
रेलवे स्टेशन पर राज्य में आ रहे सुरक्षाकर्मियों का स्वागत करने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और पश्चिम बंगाल पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे। निर्वाचन आयोग ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 25 फरवरी तक पश्चिम बंगाल में केंद्रीय सुरक्षा बलों की 125 कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया है। अधिकारियों ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 60 कंपनियां, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 30 कंपनियां, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की पांच-पांच कंपनियां पश्चिम बंगाल पहुंचेंगी। अधिकारी ने बताया, ‘‘केंद्रीय बलों की तैनाती करने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चुनाव प्रचार शुरू होने पर कोई समस्या नहीं आए। इन तैनातियों से मतदाताओं में भी भरोसा पैदा होगा।
संवेदनशील इलाकों में केंद्रीय बलों की तैनाती पर जोर रहेगा।’’उन्होंने कहा कि केंद्रीय बल रात को गश्त भी करेंगे। अधिकारी ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने कोलकाता में एसएसबी की तीन कंपनियों एवं हावड़ा पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में सीआरपीएफ की पांच कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया है जबकि दो कंपनियों की तैनाती हावड़ा ग्रामीण क्षेत्र में की जाएगी। उन्होंने बताया कि सबसे अधिक सीआरपीएफ की नौ-नौ कंपनियों की तैनाती पुरुलिया एवं झारग्राम में करने की योजना है। अधिकारी के मुताबिक सुरक्षाकर्मी प्रत्येक दिन रात आठ बजे तक चुनाव अधिकारी को रिपोर्ट करेंगे।