तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : महान मनीषी ईश्वर चंद्र विद्यासागर असाधारण समाज सुधारक और मानवतावादी थे। उनके द्वारा किए गए कार्य सदियों तक मानव समाज का पथ प्रदर्शक बने रहेंगे। पूर्व मेदिनीपुर जिले के कोलाघाट में विद्यासागर की प्रतिमा का अनावरण करते हुए वक्ताओं ने यह बात कही। ईश्वर चंद्र विद्यासागर के दिव्शततम जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में स्थानीय देड़ियाचक , सापुआ हरिबाजार में विद्यासागर की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया गया। मेचेदा कल्चरल एसोसिएशन के अध्यक्ष गनेन राय ने प्रतिमा का अनावरण किया। जबकि अध्यापक मानस जाना ने ईश्वर चंद्र विद्यासागर के संघर्षपूर्ण जीवन के विभिन्न पहलुओं को रेखांकित किया।
आयोजन देड़ियाचक विद्यासागर दिव्शत जयंती आयोजन समिति की ओर से किया गया था। अपने संबोधन में वक्ताओं ने कहा कि अपने जीवन काल में विद्यासागर ने यूं तो अनेक महान कार्य किए, लेकिन नारी मुक्ति की दिशा में उनके द्वारा किए गए कार्य अभूतपूर्व साबित हुए। इससे समूचे विश्व में नारी मुक्ति का मार्ग प्रशस्त हुआ।