
नदिया/हांसखाली। कश्मीर में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या के बाद केंद्र सरकार ने अवैध घुसपैठियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूरे देश में विदेशी नागरिकों की पहचान और उनकी वैधता की जांच का सिलसिला तेज़ हो गया है।
इसी कार्रवाई के तहत पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए सात नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है।
शुक्रवार रात हांसखाली थाने की पुलिस ने भारत-बांग्लादेश सीमा से सटे बेतला चारतला इलाके में छापा मारकर तीन महिलाओं और चार पुरुषों को हिरासत में लिया। प्राथमिक पूछताछ में इन सभी ने बांग्लादेश के विभिन्न जिलों से आने की बात स्वीकार की है।
गिरफ्तार आरोपियों में शेख अक़्तर, हीरा बेगम और इस्माइल शेख — खुलना जिले से हैं; मोहम्मद साहेब अली मंडल और सीमा बेगम — यशोर से; जबकि आमिया खातून और मनीरुल सिद्दीकी — ककाबाजार व कुस्तिया जिले से संबंधित हैं।
पुलिस के अनुसार, ये सभी चार साल पहले उत्तर 24 परगना ज़िले के रास्ते भारत में अवैध रूप से दाखिल हुए थे। दिल्ली, गुजरात और मुंबई जैसे महानगरों में इन्होंने मज़दूरी व अन्य असंगठित क्षेत्रों में काम किया।
कश्मीर हमले के बाद बढ़ी निगरानी और छापेमारी के चलते ये लोग देश छोड़कर वापस बांग्लादेश भागने की फिराक में थे।
हांसखाली पुलिस ने इन सभी को भारत-बांग्लादेश सीमा पार करने की कोशिश करते हुए धर दबोचा। अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि इन लोगों की अवैध घुसपैठ में किन स्थानीय लोगों या दलालों की भूमिका रही और क्या इनका किसी आपराधिक या आतंकी गतिविधि से कोई संबंध है।
शनिवार दोपहर इन सातों आरोपियों को रानाघाट कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस कार्रवाई को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से अहम माना जा रहा है।
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